नमस्कार दोस्तों, हम द्वतीय विश्व-युद्ध के बाद से ही दुनियाभर के देशों द्वारा एक साथ संगठित होकर राजनीतिक, आर्थिक एवं सुरक्षात्मक द्रष्टि से कई प्रकार के संघ, संगठन या समूह बनाते हुए देखते आयें हैं। इसी कढ़ी में हम एक और समूह के बारे में इस लेख के माध्यम से ब्रिक्स (Brics) क्या है | brics meaning in hindi | brics full form के बारे में सरलतापूर्वक जानने जा रहे हैं।
ब्रिक्स (BRICS) के बारे में अधिक जानने के लिए इस लेख में बने रहिए क्योंकि हम इस लेख में ब्रिक्स समूह क्या है? ब्रिक्स में कितने देश हैं और इसकी स्थापना कब और क्यों हुई थी? यही सब सरलतम रूप में बताने जा रहे हैं।
ब्रिक्स क्या है – brics kya hai
ब्रिक्स (BRICS) पांच देशों द्वारा मिलकर बना एक समूह है जोकि आर्थिक, वित्तीय, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक जैसे मुद्दों के साथ-साथ लोगों के बीच आपसी आदान-प्रदान एवं सुरक्षा जैसे कार्यों पर विचार-विमर्श करता है। ब्रिक्स की प्रत्येक वर्ष शिखर वार्ता यानिकि ब्रिक्स के वार्षिक शिखर सम्मेलन में सभी देशों के राष्ट्रीयध्यक्ष भाग लेते हैं और इस सम्मेलन की अध्यक्षता वार्षिक सम्मेलन के रूप में बारी-बारी से सभी पाँचों सदस्य देशों (B-R-I-C-S) में क्रमानुसार आयोजित की जाती है।
इसके अलावा ब्रिक्स (BRICS) पांच शब्दों से मिलकर बना है जोकि अलग-अलग पांच देशों को रिप्रेजेंट (प्रतिनिधित्व) करते हैं मतलब B – ब्राजील, R – रूस, I –इंडिया, C –चीन, S – साउथ अफ्रीका हैं। इस समूह के देशों में दुनिया के कुल क्षेत्रफल का 25%, दुनिया की कुल आबादी की 40% आबादी है और वैश्विक जीडीपी में 30% हिस्सा और साथ ही विश्व व्यापार में 18% से अधिक हिस्सेदारी है।
ब्रिक्स की फुल फॉर्म क्या है – Brics full form
ब्रिक्स (BRICS) की फुल फॉर्म ब्राजील, रसिया, इंडिया, चाइना और साउथ अफ्रीका (Brazil, Russia, India, China and South Africa) है जोकि ब्रिक्स शब्द इन्हीं पांच देशों को रिप्रेजेंट (प्रतिनिधित्व) करता है।
ब्रिक्स में कितने देश शामिल हैं – How many countries in brics
वर्तमान में ब्रिक्स पाँच देशों से बना समूह है लेकिन प्रारम्भ में इसमें केवल चार सदस्य देश थे और आखिर में दक्षिण अफ्रीका के इस समूह में जुड़ जाने के कारण इसमें कुल देश पाँच हो गए हैं।
ब्रिक्स की स्थापना कब और कहाँ हुई – When was brics established
इस समूह को बनाने का विचार 21वीं सदी के प्रारम्भ में यानिकि वर्ष 2001 में चार विकाशील देशों ब्राज़ील, रूस, भारत और चीन को लेकर गोल्डमेन सच्स (Goldman Sachs) के चेयरमैन एवं ब्रिटेनी अर्थशास्त्री जिम ओ’नील (Jim O’ Neill) ने कहा कि यह चार विकाशील एवं नए औधोगिक राष्ट्रों का समूह पश्चमी अर्थव्यवस्थाओं की प्राधान्यता पर हावी हो सकता है।
लेकिन जिम ओ’नील (Jim O’ Neill) के वर्ष 2001 में दिए इस विचार पर 5 वर्ष बाद इस पर काम किया गया यानिकि वर्ष 2006 में पहली बार सयुंक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली (The General Assembly) के दौरान अनऔपचारिक रूप से इन चारों देशों ने इस प्रकार का समूह (BRIC/BRICS) बनाने के लिए सयोंजित रूप से वार्ता की और इस पर धीमे-धीमे काम चलता रहा और दुनियाभर के कई सम्मेलनों में शामिल होते हुए इन चारों देशों के राष्ट्राध्यक्ष अपना अलग समूह बनाने के लिए वार्ता कर विचार-विमर्श करते रहे।
जिसके बाद इन चार देशों (ब्राज़ील, रूस, भारत और चीन) द्वारा वर्ष 2009 में पहला ब्रिक शिखर सम्मेलन (Bric Conference) रूस के येकतेरिन्ग्बर्ग शहर (Yekaterinburg City) में हुआ। यानिकि इस समूह की स्थापना वर्ष 2009 में हुई थी। जिसमे इस समूह को बनने के प्रमुख उद्देश्य आपसी उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं के रूप में बेहतर आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के अलावा शिक्षा, कृषि, जलवायु-परिवर्तन और विज्ञान जैसे मुद्दों पर मिलकर काम करना था।
इन चार देशों द्वारा संपन्न पहले ब्रिक शिखर सम्मेलन (First BRIC Summit) में ही साउथ अफ्रीका ने इस समूह से जुड़ने की इच्छा जताई। जिसके बाद ब्रिक समूह-देशों की रजामंदी के वर्ष 2010 साउथ अफ्रीका को बतौर गेस्ट देश के रूप में आमंत्रित किया गया। जिसके अगले वर्ष यानिकि वर्ष 2011 में साउथ अफ्रीका को तीसरे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में आधिकारिक रूप से जोड़ लिया गया जोकि अब पाँच देशों का समूह हो गया जो ब्रिक (BRIC) से बदलकर ब्रिक्स (BRICS) हो गया। इसके अलावा इस समूह की अपनी खुद का एक बैंक है जिसका नाम न्यू डेवलपमेंट बैंक (New Development Bank) है जोकि वर्ष 2014 में अस्तित्व में आयी थी। यह बैंक सदस्य देशों को हिस्सेदारी या लोन आदि देकर विशेषरूप से सहायक है।
ब्रिक्स देशों के नाम – Brics countries in hindi
देश | राजधानी |
ब्राज़ील | ब्रासिलिया |
रूस | मास्को |
भारत | नई दिल्ली |
चीन | बीजिंग |
दक्षिण अफ्रीका | केपटाउन, प्रेटोरिया, ब्लोएमफोन्टेन |
ब्रिक्स सम्मेलन लिस्ट – Brics conference list in hindi
क्रमांक | मेजबान देश | वर्ष |
पहला शिखर सम्मेलन | रूस | 2009 |
दूसरा शिखर सम्मेलन | ब्राज़ील | 2010 |
तीसरा शिखर सम्मेलन | चीन | 2011 |
चौथा शिखर सम्मेलन | भारत | 2012 |
5वाँ शिखर सम्मेलन | दक्षिण अफ्रीका | 2013 |
6वाँ शिखर सम्मेलन | ब्राज़ील | 2014 |
7वाँ शिखर सम्मेलन | रूस | 2015 |
8वाँ शिखर सम्मेलन | भारत | 2016 |
9वाँ शिखर सम्मेलन | चीन | 2017 |
10वाँ शिखर सम्मेलन | दक्षिण अफ्रीका | 2018 |
11वाँ शिखर सम्मेलन | ब्राज़ील | 2019 |
12वाँ शिखर सम्मेलन | रूस | 2020 |
13वाँ शिखर सम्मेलन | भारत | 2021 |
14वाँ शिखर सम्मेलन | चीन | 2022 |
ब्रिक्स उपर्युक्त पांच विकाशील देशों का संगठन है। फिलहाल ब्रिक्स की 14वीं बैठक चीन में बर्चुअल माध्यम यानिकि ऑनलाइन विडियो के द्वारा की गई है और यह समिट लगातार तीसरी बार ऑनलाइन माध्यम से की गई है।
ब्रिक्स (BRICS) के उद्देश्य –
- ब्रिक्स में मौजूद सभी पाँचों देशों का आपस में आर्थिक सहयोग बढ़ाना है।
- इस समूह में शिक्षा, विज्ञान, कृषि, जलवायु-परिवर्तन आदि मुद्दों पर काम करना है।
- इस समूह द्वारा अंतराष्ट्रीय मंचों पर विकाशील देशों को बहतरी की आवाज उठाकर ताक़त देना है यानिकि समूह देशों की अंतराष्ट्रीय मंचों पर बहतर पहचान एवं अपना पक्ष रखने का शक्ति प्रदान करना है।
- यह समूह (ब्रिक्स) वार्षिक शिखर सम्मेलनों के माध्यम से तकनीक, वैश्विक बाज़ार तक पहुँच, डिजिटल मुद्रा, आतंकवाद एवं सुरक्षा जैसे उद्देश्यों को लेकर वार्ता करते हैं।
इस समूह (ब्रिक्स) को दुनियाभर में एक सफलतम समूह के रूप नहीं देखा जाता है। हालाँकि यह समूह सदस्य देशों में आपसी सहयोग के लिए बनाया गया था लेकिन इस समूह के दो बड़े सदस्य-राष्ट्र चीन और भारत की आपसी तना-तनी (सीमा-विवाद) ने इस समूह की सफलता पर सवाल खड़े किये हुए हैं।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर – ब्रिक्स (BRICS) का पूरा नाम ‘ब्राज़ील, रसिया, इंडिया, चाइना और साउथ अफ्रीका’ है जोकि पांच देशों के नाम के पहले अक्षरों से मिलकर बना है।
उत्तर – ब्रिक्स (BRICS) का मुख्यालय शंघाई (Shanghai), चीन में स्थित है।
उत्तर – ब्रिक्स में कुल पांच देश (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) शामिल हैं।
उत्तर – ब्रिक्स केअध्यक्ष या चेयरमैन मार्कोस प्राडो ट्रोयजो (Marcos Prado Troyjo) हैं।
उत्तर – ब्रिक्स की स्थापना आधिकारिक रूप से वर्ष 2009 में आर्थिक सहयोग में बढ़ावे के लिए 4 देशों ने एक साथ मिलकर की थी। जिसका शुरुआती नाम ब्रिक (BRIC) था और वहीं 5वें देश साउथ अफ्रीका के जुड़ने के बाद इस समूह का नाम ब्रिक्स (BRICS) हो गया था।
उत्तर – ब्रिक्स का सबसे प्रमुख उद्देश्य सदस्य देशों के आपसी सहयोग से आर्थिक विकास करना है और इसके अलावा शिक्षा, विज्ञान, कृषि, जलवायु-परिवर्तन, तकनीकीकरण, वैश्विक बाज़ार तक पहुँच, डिजिटल मुद्रा, आतंकवाद एवं सुरक्षा आदि उद्देश्य हैं।
उत्तर – ब्रिक(BRIC) चार देशों को रिप्रेजेंट करता था जैसे किB – ब्राजील, R – रूस, I –इंडिया, C –चीन, और वहीं ब्रिक्स (BRICS) पाँच देशों को रिप्रेजेंट करता है जैसे कि B – ब्राजील, R – रूस, I –इंडिया, C –चीन, S – साउथ अफ्रीका।
निष्कर्ष – The Conclusion
इस लेख को यहाँ तक पूरा पढने के बाद आपने ब्रिक्स (BRICS) के बारे में अधिकता से जाना है। जिसमे हमने ब्रिक्स (Brics) क्या है | brics meaning in hindi | brics full form के अलावा ब्रिक्स स्थापना (Brics Established), ब्रिक्स सम्मेलन (Brics Conference), ब्रिक्स मुख्यालय (Brics headquarter), ब्रिक्स देशों के नाम (All Brics Countries name), ब्रिक्स समिति (Brics Committee), ब्रिक्स सम्मेलन लिस्ट (Brics Conference list) , ब्रिक्स शिखर सम्मेलन List (Brics summit list) और ब्रिक्स के वर्तमान अध्यक्ष 2022 के बारे में भी बताया है।
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Nice Information About Brics