सयुंक्त राष्ट्र क्या है | सयुंक्त राष्ट्र की स्थापना | सयुंक्त राष्ट्र के सभी अंग

नमस्कार दोस्तों, आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम सयुंक्त राष्ट्र क्या है | सयुंक्त राष्ट्र की स्थापना | सयुंक्त राष्ट्र के सभी अंग क्या हैं? और इसके अलावा सयुंक्त राष्ट्र संघ (United Nation Organisation in hindi) के उद्देश्य एवं कार्य क्या-क्या हैं को भी सरलता एवं सटीकतापूर्वक विस्तार जानेंगे।

सयुंक्त राष्ट्र संघ क्या है – United Nations meaning in hindi

सयुंक्त राष्ट्र संघ (यूनाइटेड नेशन आर्गेनाइजेशन) दुनिया का सबसे शक्तिशाली एवं प्रभावशाली अंतर्राष्ट्रीय संघ है जोकि दुनिया में मौजूद सभी देशों को सूचीबद्ध (मान्यता प्रदान) करता है।

सयुंत राष्ट्र संघ (यूनाइटेड नेशन) की स्थापना मानवता के लिए तत्पर मतलब मानवाअधिकार, विश्व-शांति, राष्ट्र-मित्रता, अंतराष्ट्रीय सुरक्षा समझौते एवं अंतराष्ट्रीय क़ानून निर्माण के अलावा दुनियाभर में आवश्यकता पढने हेतु खाद्य सामिग्री, मेडिकल (दवाइयां) एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी लेता है।

सयुंक्त राष्ट्र संघ की स्थापना – Establishment of United Nation Organisation in hindi

द्वतीय विश्वयुद्ध समाप्त होते-होते दुनिया में मौजूद लगभग सभी राष्ट्र आर्थिक रूप से बर्बाद एवं कमजोर हो चुके थे। जिसके बाद सभी देशों को विश्व शांति, सुरक्षा एवं आर्थिक विकास की गुहार थी। जिसके चलते दुनिया में मौजूद 51 देश सामने आये और 25 जून, 1945 को सभी देशों ने मिलकर सेन फ्रांसिस्को, कैलिफ़ोर्निया, सयुंक्त राज्य अमेरिका में बैठक कर आपसी सहमति से हस्ताक्षर कर सयुंक्त राष्ट्र अधिकारपत्र (The United Nations Charter) तैयार किया। जिसके बाद पहली बार सयुंक्त राष्ट्र संघ (United Nations Organisation) अस्तिव में आया था।

सयुंत राष्ट्र अधिकारपत्र बनने के कुछ महीनों बाद ही 24 अक्टूबर, 1945 को आधिकारिक तौर पर 51 देशों के सहयोग से सयुंक्त राष्ट्र संघ (United Nation Organisation) का गठन (स्थापना) हो गया। वर्तमान (2022) में इस संघ में मौजूद कुल 193 राष्ट्र हैं। जिसका मुख्यालय यूनाइटेड स्टेट्स के न्यूयॉर्क शहर में स्थित है।

सयुंक्त राष्ट्र संघ (यूनाइटेड नेशन्स) की आधिकारिक तौर पर 6 भाषाएँ हैं जोकि अंग्रेजी, रसियन, अराबिक, चाइनीज, फ्रेंच एवं स्पेनिस हैं।

सयुंक्त राष्ट्र संघ बनने का सबसे मुख्य कार्य विश्व शांति स्थापित करना था जिससे कि द्वतीय विश्वयुद्ध जैसे हालात दौबारा न देखने पडें। इसके अलावा इस संघ के विश्व स्तर पर मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक एवं आर्थिक विकास दर को बढ़ावा देना था।

बता दें कि सयुंक्त राष्ट्र के बनने से पहले भी एक संघ (आर्गेनाइजेशन) का गठन किया गया था जोकि प्रथम विश्व युद्ध के समाप्त होने के बाद वर्साय की संधि (Treaty of Versailles) के तहत वर्ष 1919 में बना था। जिसका नाम लीग ऑफ़ नेशन्स (League of Nations) था।

लीग ऑफ़ नेशन का मुख्य काम विश्व-शांति स्थापित करना था। लेकिन यह संघ द्वतीय विश्व युद्ध को रोकने में पूर्ण रूप से असफल रहा। जिस कारण इसका विघटन हो गया और इसका दुनिया भर से अस्तिव खत्म हो गया।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सयुंत राष्ट्र (यूनाइटेड नेशन) की मान्यता के बिना दुनिया में मौजूद कोई भी राष्ट्र मान्य नहीं ठहराया जाता है।

सयुंक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंग – Main Organ of United Nations in hindi

सयुंक्त राष्ट्र की संरचना (United Nations system) की बात करें तो इसकी कुल 6 बॉडी हैं मतलब इसके 6 प्रमुख अंग हैं जोकि इस संघ के निर्माण के साथ ही गठित हुए थे। जिनके सन्दर्भ में नीचे की ओर जाते हुए विस्तार से पढ़ते हैं।

  1. सयुंक्त राष्ट्र महासभा (The General Assembly)
  2. सुरक्षा परिषद (The Security Council)
  3. आर्थिक व सामाजिक परिषद (Economic and Social Council)
  4. सयुंक्त राष्ट्र न्यास परिषद (The Trusteeship Council)
  5. अंतराष्ट्रीय न्यायालय (International Court of Justice)
  6. सचिवालय (The Secretariat)

सयुंक्त राष्ट्र महासभा (The General Assembly) –

सयुंक्त राष्ट्र महासभा (जनरल असेंबली) सयुंक्त राष्ट्र (यूनाइटेड नेशन्स) की सबसे प्रमुख एवं महत्वपूर्ण अंग है जोकि सयुंक्त राष्ट्र संघ का प्रतिनिधित्व करती है। इस महासभा के अध्यक्ष को हर साल इसी महासभा द्वारा केवल एक वर्ष के लिए चुना जाता है।

सयुंक्त राष्ट्र संघ (यूनाइटेड नेशन्स) के सबसे मुख्य कार्य (विचार-विमर्श एवं नीति-निर्धारण आदि कार्य) इस महासभा के द्वारा बनाई गई 6 समितियों के अंतर्गत ही किये जाते हैं। इस असेंबली में सयुंक्त राष्ट्र के सभी 193 सदस्य देश हिस्सा लेते हैं और अपने-अपने राष्ट्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

इस महासभा (जनरल असेंबली) का वार्षिक आयोजन न्यूयॉर्क में हर साल सितम्बर महीने में सभी राष्ट्र देशों की मौजूदगी में होता है। जिसमे प्रत्येक देश को अपना पक्ष रखने का अधिकार होता है। इस महासभा में शांति स्थापित करना, सुरक्षा, नया सदस्य बनाना, बजटीय कार्य के लिए दो-तिहाई बहुमत की जरूरत पड़ती है। इनके अलावा अन्य मामलों पर निर्णय साधारत बहुमत से किया जाता है।

सुरक्षा परिषद (The Security Council) –

यह परिषद मुखयतः अंतराष्ट्रीय सुरक्षा एवं शांति स्थापित करने की जिम्मेदारी निभाती है। मतलब दुनियाभर में कहीं भी युद्ध एवं अशांति जैसी स्थिति पैदा होती है तो उसको सही करने का काम करती है। इस परिषद का मुखिया (राष्ट्रपति) हर महीने रोटेशन के आधार पर बदलता रहता है।

इस परिषद में कुल 15 सदस्य होते हैं। जिनमे 5 स्थायी (परमानेंट) और 10 अस्थायी (अनपरमानेंट) सदस्य होते हैं जोकि प्रत्येक 2 वर्ष के अंतराल से बदलते रहते हैं।

सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्य देश सयुंक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस हैं जोकि बीटो पॉवर (Veto Power) की शक्ति रखते हैं।

इस परिषद में मौजूद 15 सदस्यों द्वारा यदि किसी ऐसे देश के मुद्दे को लेकर बात होती है जोकि सयुंक्त राष्ट्र संघ का हिस्सा तो है लेकिन सुरक्षा परिषद का हिस्सा नहीं है तो वह राष्ट्र या देश इस परिषद (सिक्यूरिटी काउंसिल) में हिस्सा ले सकता है और अपना पक्ष भी रख सकता है। लेकिन उसका फैसला काउंसिल में मौजूद 15 सदस्यों के द्वारा ही किया जाता है।

आर्थिक व सामाजिक परिषद (Economic and Social Council) –

जैसे कि आप नाम से ही समझ सकते हैं कि यह परिषद सामाजिक, आर्थिक विकास एवं पर्यावण जैसे मुद्दे के लिए कार्यरत है। इस परिषद में कुल 54 सदस्यों की संख्या होती है जोकि 3 वर्ष के लिए चुने जाते हैं।

यह परिषद मुख्यत: आर्थिक विकास पर जोर देने के साथ-साथ नीति-गत संवाद एवं नीति समीक्षा की सिफारिशों को अंतराष्ट्रीय स्तर पर देखती है।

सयुंक्त राष्ट्र न्यास परिषद (The Trusteeship Council) –

इस परिषद का निर्माण 11 ऐसे न्यास क्षेत्रों (टेरिटरीज) की स्व-सरकार एवं स्वतंत्रता लिए किया गया था जो क्षेत्र द्वतीय विश्वयुद्द के बाद पूर्ण रूप से किसी भी राष्ट्र के अधिकार में नहीं थे।

इस परिषद के द्वारा वर्ष 1994 तक सभी 11 क्षेत्रों को खुद की स्वतंत्रा एवं किसी न किसी देश में शामिल हो चुके हैं। इसी कारण इस परिषद का कार्य समाप्त हो चुका है और अब इस परिषद की आवश्यता न होने के कारण इसे बंद किया जा चुका है।

अंतराष्ट्रीय न्यायालय (International Court of Justice) –

सयुंक्त राष्ट्र संघ का यह एक अंतराष्ट्रीय न्यायिक अंग है जोकि अंतराष्ट्रीय कानूनों के तहत कार्यरत है। इसमें सयुंक्त राष्ट्र का कोई भी सदस्य देश अपने देश के न्याय के प्रति सलाह के लिए आवेदन कर सकता है।

इस न्यायालय में कुल 15 जज होते हैं जोकि 9 वर्ष के लिए सयुंक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा चुने जाते हैं। यह न्यायलय नीदरलैंड में स्थित है जिसकी आधिकारिक भाषाएँ केवल अंग्रेजी एवं फ्रेंच हैं।

सचिवालय (The Secretariat) –

सचिवालय में सयुंक्त राष्ट्र संघ के सभी अंगों द्वारा अधिदेशित दिन-प्रतिदिन के सभी प्रकार के पेपर वर्क एवं डाक्यूमेंट्स पर काम होता है। इस सचिवालय के अलग-अलग विभाग में यूनाइटेड नेशन्स के महासचिव और हजारों कर्मचारी होते हैं।

सचिवालय में मौजूद जनरल सेक्रेटरी को भी सयुंक्त राष्ट्र महासभा द्वारा निर्वाचित किया जाता है। जिसका कार्यकाल 5 वर्ष का होता है।

सयुंक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य – Objectives of United Nations in hindi

यदि सयुंक्त राष्ट्र के मुख्य उद्देश्यों की बात करें तो इसमें अंतराष्ट्रीय शांति स्थापित करना, दुनियाभर में मानवाधिकार के लिए प्रतिबद्ध, सामजिक विकास को बढ़ावा देना, आर्थिक विकास में वृद्धि की ओर अग्रसर, बीमारी एवं महामारियों से निपटना आदि कार्यों के साथ यह संगठन (यूनाइटेड नेशन्स) दुनियाभर में अहम उद्देश्यों को लेकर अपना कर्तव्य निभाता है।

सयुंक्त राष्ट्र संघ के कार्य – Work of United Nations in hindi

हालांकि आप यूनाइटेड नेशन्स के कार्यों को उपर्युक्त लेख में सयुंक्त राष्ट्र की सरंचना के तहत पढ़ चुके हैं लेकिन फिर भी कुछ महत्वपूर्ण कार्यों पर नजर डालते हैं –

  • सयुंक्त राष्ट्र संघ मानवाधिकार के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है जिसमे वह मानव-यातना, अवैध गिरिफ्तारी, सांस्कृतिक अधिकार, आर्थिक अधिकार आदि के मामलों पर विश्व का ध्यान अपनी ओर खींचता है।
  • सामाजिक विकास जैसे कि प्राकृतिक स्थल, वास्तुकला, एतिहासिक एवं सांस्कृतिक स्थलों का संरक्षण के लिए यूनेस्को द्वारा कार्यरत है।
  • भुखमरी से निपटना, बाल कल्याण विकास, महिला कल्याण विस्तार, ग्रामीण क्षत्रों में गरीबी में सुधार एवं आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए अंतराष्ट्रीय श्रम संगठन पर काम करना आदि है।
  • दुनियाभर में मेडिकल सुविधाओं के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन का गठन एवं हर प्रकार की मेडिकल सुविधा देने के लिए कार्यरत है।  
  • सभी देशों की सुरक्षा समझौते एवं शांति बनाए रखने के लिए पूरी तरह अग्रसर है।

वीटो पॉवर का मतलब क्या है – Veto power meaning in hindi

वीटो पॉवर (Veto power) इस्तेमाल करने का अधिकार यूनाइटेड नेशन्स की सुरक्षा परिषद में मौजूद केवल 5 स्थायी सदस्यों को होता है। मतलब सुरक्षा परिषद के द्वारा किसी देश के प्रति कोई प्रस्ताव पारित होता है तो 5 सदस्यों की सहमति अतिआवश्यक है और यदि एक सदस्य भी प्रस्ताव पर मोहर लगाने से मना कर देता है तो वह प्रस्ताव पारित नहीं होता है।

FAQs – बार बार पूछे जाने वाले प्रश्न

Q. सयुंक्त राष्ट्र संघ की स्थापना कब हुई?

Ans. सयुंक्त राष्ट्र संघ की स्थापना 24 अक्टूबर, 1945 को हुई थी।

Q. सयुंक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय कहाँ है?

Ans. सयुंक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय यूनाइटेड स्टेट्स के न्यूयॉर्क शहर में स्थित है।

Q. सयुंक्त राष्ट्र संघ के अध्यक्ष कौन हैं?

Ans. सयुंक्त राष्ट्र संघ का अध्यक्ष एंटोनियो गुटेर्रेस (Antonio Gutterres) हैं जोकि यूनाइटेड नेशन्स के 9वें सेक्रेटरी जनरल हैं।

Q. सयुंक्त राष्ट्र संघ के प्रथम अध्यक्ष कौन हैं?

Ans. सयुंक्त राष्ट्र के प्रथम अध्यक्ष त्र्यग्वे हल्व्दन ली (Trygve Halvdan Lie) थे।

Q. सयुंक्त राष्ट्र संघ की स्थापना किसने की?

Ans. सयुंक्त राष्ट्र संघ की स्थापना 51 देशों ने मिलकर एक साथ की थी।

Q. विश्व शांति स्थापित करने में सयुंक्त राष्ट्र की क्या भूमिका है?

Ans. विश्व शांति स्थापित करने में सयुंक्त राष्ट्र की अहम भूमिका है क्योंकि इसमें दुनिया में मौजूद सभी देश भाग लेते हैं। जिस कारण विश्व शांति स्थापित करने में इसका अहम किरदार होता है। 

Q. सयुंक्त राष्ट्र संघ में कितने देश हैं?

Ans. सयुंक्त राष्ट्र में कुल 193 देश सदस्य हैं।

Q. सयुंक्त राष्ट्र संघ में कितने अंग है?

Ans. सयुंक्त राष्ट्र में कुल 6 अंग हैं जोकि सयुंक्त राष्ट्र महासभा, सुरक्षा परिषद, आर्थिक एवं सामजिक परिषद, सयुंक्त राष्ट्र न्यास परिषद, अंतराष्ट्रीय न्यायालय एवं सचिवालय मौजूद हैं।

Q. सयुंक्त राष्ट्र संघ का सबसे महत्वपूर्ण अंग कौन सा है?

Ans. सयुंक्त राष्ट्र के सबसे महत्वपूर्ण दो अंग है जोकि सयुंक्त राष्ट्र महासभा एवं सुरक्षा परिषद हैं।

Q. सयुंक्त राष्ट्र संघ का मुख्य उद्देश्य क्या हैं?

Ans. सयुंक्त राष्ट्र का मुख्य उद्देश्य शांति स्थापित करना एवं दुनिया को सभी प्रकार की मुश्किलों से बाहर निकालकर एक साथ लेकर चलना है।

निष्कर्ष – The Conclusion

दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से आज आपने सयुंक्त राष्ट्र संघ (United Nations Organisation) के बारे जानकारी जुटायी। जिसमे हमने सयुंक्त राष्ट्र क्या है | सयुंक्त राष्ट्र की स्थापना | सयुंक्त राष्ट्र के सभी अंग के अलावा सयुंक्त राष्ट्र की सरंचना एवं सयुंक्त राष्ट्र के उद्देश्य, सयुंक्त राष्ट्र के प्रमुख कार्यों एवं वीटो पॉवर के बारे में भी विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई है।

आपको इस आर्टिकल में दी गई जानकारी पसंद आयी हो और इसके द्वारा आपको कुछ नया सीखने को मिला हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करें।

यदि इस आर्टिकल (सयुंक्त राष्ट्र क्या है | सयुंक्त राष्ट्र की स्थापना | सयुंक्त राष्ट्र के सभी अंग) से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें नीचे कमेंट करके अवश्य बताएं।

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