ऋतु किसे कहते हैं | ऋतु कितने प्रकार की होती हैं | All Seasons in hindi

हम सभी जानते हैं कि हमारी प्रथ्वी सौरमंडल (Solar System) के अन्य ग्रहों के साथ सूर्य की लगातार परिक्रमा किये जा रही है और प्रथ्वी के इसी घुमाव के कारण सूर्य की रोशनी प्रथ्वी पर अलग-अलग प्रकार से पड़ती है जोकि प्रथ्वी पर मौजूद सभी देशों में ऋतुओं (Seasons) में बदलाव का मुख्य कारण बनती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऋतु किसे कहते हैं | ऋतु कितने प्रकार की होती हैं ? नहीं जानते हैं तो इस लेख में बने रहिए क्योंकि इस लेख में आप ऋतुओं के बारे में जानने के अलावा ऋतु परिवर्तन के बारे में भी जानेंगे।

प्रकृति का खेल भी निराला है क्योंकि यह अलग-अलग ऋतुओं के रूप में कभी हमें भीषण गर्मी से तडपाती है तो कभी हमें कटुता भरी शर्दी से ठिठुरवा देती है और इनके अलावा साल के कुछ महीनों में बरसात करके चारों तरफ पानी-पानी ही कर देती है

ऋतु किसे कहते हैं – What is the season called in hindi

ऋतु मतलब प्रत्येक वर्ष के कुछ महीनों में वायुमंडलीय अवस्था समान रहती है (जैसे कि कुछ महीने लगातार गर्मी पड़ना या कुछ महीने लगातार शर्दी पड़ना या फिर कुछ महीने समान मौसम (न गर्मी न शर्दी यानिकि सुहावना) का होना आदि है) जोकि साल के 12 महीनों को ऋतुओं के आधार पर परिभाषित करती हैं मतलब यह ऋतुएं (All Seasons) नियमित रूप से एक दूसरे का अनुसरण करती हैं।  

यह ऋतुएँ मुख्य रूप से शीत ऋतु, ग्रीम ऋतु, बसंत ऋतु एवं शरद ऋतु आदि होती हैं जोकि प्रत्येक वर्ष के कुछ महीनों में बारी-बारी से आकर मौसम को लगातार कुछ सप्ताह या महीनों तक ठंडा, गर्म एवं सुहावना बनाकर सालाना दोहराती रहती हैं।

बता दें कि ऋतुएं (Seasons) मुख्य रूप से मौसमों (Weathers) से अलग होती हैं क्योंकि मौसम कभी भी अचानक से बदल जाता है जैसे कि आंधी आना एवं वर्षा का होना – जिस कारण मौसम में उमस पैदा हो जाना और एक दो दिन में फिर से मौसम पहले जैसा हो जाना लेकिन ऋतु लगातार कई सप्ताह या महीनों तक समान मौसम के रूप में बनी रहती है।  

ऋतु कितनी होती है – What are the seasons in hindi

अधिकांश रूप से दुनियाभर में ऋतुओं को चार भागों में विभाजित किया जाता है जोकि बसंत ऋतु (Spring), ग्रीष्म ऋतु (Summer), शरद ऋतु (Autumn) एवं शीतऋतु (Winter) हैं। लेकिन भारत में एक वर्ष को छह ऋतुओं में बाँटा जाता है जोकि बसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमंत ऋतु एवं शिशिर या शीत ऋतु हैं।

भारत की ऋतुएं – Seasons of India in hindi

दुनियाभर के अधिकांश देशों में चार ऋतुओ के आधार पर वर्ष के सभी 12 महीनों को अलग-अलग मौसमों के रूप में विभाजित किया जाता है वहीं भारत में इन ऋतुओं को 6 भागों में बाँटा जाता है जोकि निम्नवत हैं –

  • बसंत ऋतु (Spring)
  • ग्रीष्म ऋतु (Summer)
  • वर्षा ऋतु (Monsoon)
  • शरद ऋतु (Autumn or Fall)
  • हेमंत ऋतु (Pre-Winter)
  • शिशिर या शीत ऋतु (Winter)

बसन्त ऋतु (Spring) –

बसंत ऋतु अन्य सभी ऋतुओं के मुकाबले सबसे अच्छी एवं सुहावनी ऋतु मानी जाती है क्योंकि इस ऋतु के दौरान मौसम का तापमान न अधिक गर्म होता है और न ही अधिक ठंडा होता है। इसके अलावा इस ऋतु में पेड-पौधे एवं फूल-पत्तियां अधिक रूप से हरी-भरे हो जाती हैं जोकि उत्साह एवं खुशी उत्पन्न करती है। बसन्त ऋतु भारत में फरबरी के आखिरी सप्ताहों से शुरू होकर अप्रैल के शुरूआती सप्ताहों तक रहती है और इस दौरान भारत में हमें बसंत-पंचवीं और होली जैसे पर्व देखने को मिलते हैं।

ग्रीष्म ऋतु (Summer) –

ग्रीष्म ऋतु अन्य सभी ऋतुओं के मुकाबले अधिक गर्म एवं लूहों (गर्म हवाओं) से भरी होती है और इस ऋतु में भारत के कई राज्यों का तापमान 40-45 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है और इस ऋतु में मुख्य रूप से दिन बड़े एवं राते छोटी होती हैं। ग्रीष्म ऋतु भारत में अप्रैल के आखिरी सप्ताहों से शुरू होकर जून के आखिरी सप्ताहों तक रहती है और इस दौरान भारत में हमें गुरु-पूर्णिमा और गंगा दशहरा जैसे पर्व देखने को मिलते हैं।

वर्षा ऋतु (Monsoon) –

भारत या दुनियाभर में वर्षा ऋतु का इन्तजार मुख्य रूप से किसान करते हैं ताकि वह अपने फसलों को वर्षा के पानी द्वारा सींच सकें। वर्षा ऋतु में मौसम सामान्यत: गर्म ही रहता है लेकिन लगातार बारिश पड़ने एवं आसमान में बादलों के छाये रहने के कारण मौसम में नमीं भी देखने को मिलती है और यदि इस समय के दौरान वर्षा ने पड़े तो यह समय ग्रीष्म ऋतु के समान ही लगता है। वर्षा ऋतु भारत में जुन के आखिरी सप्ताहों से शुरू होकर सितम्बर के आखिरी सप्ताहों तक रहती है और इस दौरान भारत में हमें जन्म-अष्टमी और रक्षा-बंधन जैसे पर्व देखने को मिलते हैं।

शरद ऋतु (Autumn or Fall) –

शरद ऋतु जोकि भारत में वर्षा ऋतु के बाद से प्रारम्भ हो जाती है और इस ऋतु में हमें मुख्य रूप से पतझड़ देखने को मिलता है और वहीं वर्षा ऋतु के मुकाबले तापमान का स्तर भी कम होता चला जाता है। शरद ऋतु भारत में सितम्बर के आखिर से शुरू होकर नवम्बर के शुरूआती समय तक देखने को मिलती है और इस दौरान भारत में हमें नवरात्रि, विजय-दशमी, शरद-पूर्णिमा और दीपावली आदि जैसे पर्व देखने को मिलते हैं।

हेमंत ऋतु (Pre-winter) –

हेमंत ऋतु जोकि शीत-ऋतु का शुरूआती समय होता है और इस ऋतु में भारत में ठंड बढ़ने लग जाती है। इसके अलावा इस ऋतु के में दिन छोटे एवं रातें बड़ी होने लग जाती हैं। हेमंत ऋतु भारत में नवम्बर के आखिर से लेकर दिसम्बर के आखिर तक देखने को मिलती है।

शीत या शिशिर ऋतु (Winter) –

शीत ऋतु या शिशिर ऋतु यानिकि कड़क ठंड पड़ने वाली ऋतु मतलब शीत ऋतु में भारत में जोरदार ठंड देखने को मिलती है और इसके अलावा चारों तरफ कोहरा एवं शीत-लहरें चलती हुईं दिखती हैं। शीत ऋतु भारत में दिसम्बर के बिलकुल आखिर से शुरू होकर फरबरी के शुरआती सप्ताओं तक रहती है और इस दौरान हमें मकर संक्रांति, लोहड़ी एवं शिव-रात्री जैसे पर्व देखने को मिलते हैं।

ऋतु परिवर्तन क्या है – What is changing of season in hindi

ऋतु परिवर्तन यानिकि ऋतुओं में कुछ सप्ताहों या महीनों के अंतराल से लागातार बदलाव होने के कारण गर्मी, ठंड, वर्षा एवं सामान्य मौसम का चक्र प्रत्येक वर्ष निरंतरता से चलते रहना है। इसके अलावा ऋतु परिवर्तन में सबसे अहम किरदार सूर्य का है क्योंकि हमारी प्रथ्वी सूर्य का लगातार चक्र लगाती रहती है।

बता दें कि हमारी प्रथ्वी की तीन महत्वपूर्ण रेखाएं हैं जोकि कर्क रेखा, विषुवत या भूमध्य रेखा और मकर रेखा हैं; जिसमे प्रथ्वी की कर्क रेखा हमारे भारत के बीचों-बीच से होकर गुजरती है और भारत के समयानुसार जून में सूर्य कर्क रेखा पर आता है, विषुवत या भूमध्य रेखा पर मार्च-सितम्बर में आता है और वहीं दिसम्बर में मकर रेखा पर आता है।

उपर्युक्त रेखाओं के आधार पर ही भारत या अन्य किसी देश की ऋतुओं का परिवर्तन निर्धारित होता है क्योंकि सूर्य जिस रेखा की सीध में होगा वहाँ मौसम में भी परिवर्तन सूर्य के आधार पर ही होगा। यदि भारत में इस ऋतु परिवर्तन को समझें तो अगर सूर्य विषुवत या भूमध्य रेखा पर होगा तो मौसम में न अधिक गर्मी या न अधिक शर्दी दिखेगी मतलब मौसम का तापमान सामान्य रहेगा और दिन-रात भी बराबर रहेंगे। इसके अलावा सूर्य अगर कर्क रेखा पर रहेगा तो गर्मियाँ (ग्रीष्म ऋतु) और वहीं सूर्य मकर रेखा पर रहेगा तो हमें शर्दियाँ (शीत ऋतु) देखने को मिलेंगी

ऋतु और मौसम में क्या अंतर है – What is the difference between season and weather in hindi

यदि बात करें कि ऋतु और मौसम में क्या अंतर होता है तो दुनियाभर में देखे जाने वाले मौसम ऋतुओं के आधार पर ही बदलते हैं लेकिन यह ऋतुओं के तरह लगातार समान नहीं चलते मतलब मौसम कभी भी अचानक से बदल जाता है जैसे कि आंधी आना या किसी भी मौसम में वर्षा का होना – जिस कारण मौसम में उमस पैदा हो जाना या सर्दियों में ठंड का कम हो जाना और कुछ समय बाद मौसम पहले जैसा ही हो जाता है। लेकिन ऋतुएँ लगातार कई सप्ताह एवं महीनों तक समान मौसम के रूप में बनी रहती है जैसे कि शीत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, बसंत ऋतु आदि

FAQs – अधिकांश पूछे जाने वाले प्रश्न

Q. 1 साल में कितनी ऋतुएं आती हैं?

Ans. 1 साल में चार ऋतुएँ (बसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, शरद ऋतु और शीत ऋतु) होतीं हैं। लेकिन भारत में 1 साल को छह ऋतुओं (बसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमंत ऋतु एवं शिशिर या शीत ऋतु)में विभाजित किया जाता है।

Q. ऋतु को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?

Ans. ऋतु को अंग्रेजी में सीजन (Season) कहते हैं।

Q. 6 ऋतुओं के नाम क्या है?

Ans. 6 ऋतुओं के नाम बसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमंत ऋतु एवं शीत ऋतु हैं।

Q. भारत में पायी जाने वाली ऋतु कौन कौन सी हैं?

Ans. भारत में पाई जाने वाली ऋतुएं बसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमंत ऋतु एवं शीत ऋतुएं हैं।

Q. बसंत ऋतु कब आती है?

Ans. भारत में बसंत ऋतु फरबरी महीने के आखिर से अप्रैल महीने के प्रारम्भ तक रहती है।

Q. बसंत ऋतु को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?

Ans. बसंत ऋतु को अंग्रेजी में स्प्रिंग (Spring) कहते हैं।

Q. शरद ऋतु कब आती है?

Ans. भारत में शरद ऋतु सितम्बर महीने के आखिर से नवम्बर महीने के शुरुआती समय तक आती है।

Q. हेमंत ऋतु कब आती है?

Ans. भारत में हेमंत ऋतु नवम्बर महीने के आखिर से लेकर दिसम्बर महीने के आखिर तक आती है।

Q. हेमंत ऋतु को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?

Ans. हेमंत ऋतु के अंग्रेजी में प्री-विंटर (Pre-winter) कहते हैं।

Q. शिशिर ऋतु कब आती है?

Ans. भारत में शिशिर ऋतु दिसम्बर महीने के बिलकुल आखिर से शुरू होकर फरबरी के शुरूआती समय तक आती है।

Q. एक ऋतु में कितने महीने होते है?

Ans. दुनियाभर के देशों की ऋतुओं के आधार पर एक ऋतु में लगभग 2-3 महीने होते हैं।  

Q. भारत में वर्षा कितनी ऋतुओं में होती है?

Ans. भारत में वर्षा वर्षा-ऋतु के अलावा ग्रीष्म ऋतु में देखने को मिलती हैं लेकिन वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन के चलते किसी भी ऋतु में वर्षा देखने को मिल सकती है।  

Q. ऋतुओं का राजा कौन है?

Ans. ऋतुओं का राज बसंत ऋतु (स्प्रिंग) को कहा जाता है।

Q. बसंत ऋतु को ऋतुओं का राजा क्यों कहा जाता है?

Ans. बसंत ऋतु को ऋतुओं का राजा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस ऋतु में मौसम का तापमान सुहावना होता है और साथ ही फूल-पत्ती भी अधिकता में उगकर अपनी सुन्दरता चारों ओर बिखेरतीं हैं।

निष्कर्ष – The Conclusion

इस लेख को यहाँ तक विस्तारपूर्वक पढने के बाद आपने ऋतुओं से जुडी सभी प्रकार की जानकारी को जाना है। जिसमे हमने ऋतु किसे कहते हैं | ऋतु कितने प्रकार की होती हैं के अलावा ऋतु कितनी होती हैं? (Ritu kitni hoti hai), भारत की ऋतुएं? (Bharat ki ritu), ऋतु परिवर्तन (Ritu parivartan), ऋतु और मौसम में अंतर (Ritu aur mausam me antar), सभी ऋतु के नाम (Sabhi ritu ke naam), छह ऋतु के नाम और जानकारी, ऋतु के नाम और जानकारी हिंदी, ऋतुओं के नाम अंग्रेजी में और ऋतु चक्र क्या है? (Riti chakra kya hai) यह सभी सरलतम रूप में समझाने का पूरा प्रयास किया है।

यदि इस लेख में दी गई जानकारी ऋतु किसे कहते हैं | ऋतु कितने प्रकार की होती हैं ? को पढने के बाद आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएँ। हम आपके द्वारा की जाने वाली प्रतिक्रिया का जल्द से जल्द जवाब देने का पूरा प्रयास करेंगे।  

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