AM और PM क्या है और जाने इनके बीच का अंतर | AM and PM meaning in hindi

इस लेख के द्वारा आज आप AM और PM का मतलब, AM और PM के बीच अंतर के बारे में बहुत ही सरलतम शब्दों में जानेंगे। हालाँकि घड़ी में समय देखते वक़्त अधिकतर लोगों को AM और PM का मतलब पता होता है लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जोकि डिजिटल घडी देखते वक़्त हमेशा असमंझस में पड़े रहते हैं।

इस लेख को आंगे पढ़ते हुए AM और PM क्या है और जाने इनके बीच का अंतर | AM and PM meaning in hindi क्या होता है। इसके अलावा AM और PM की फुल फॉर्म और इस विषय से जुड़ी रोचक एवं आवश्यक जानकारी के साथ-साथ घडी के आविष्कार का रोचक इतिहास भी इस लेख के अंत तक बने रहकर विस्तार से पढ़ते हैं।

इस लेख में आगे बढते हुए AM और PM के बारे में जानने से पहले घड़ी के इतिहास (Watch history in hindi) के बारे में जान लेते हैं क्योंकि घडी के आविष्कार (Watch invention in hindi) के बिना आज हमारा जीवन अव्यवस्थित, बिखरा हुआ एवं मुश्किलों-भरा गुजर रहा होता।

बता दें कि बुद्धि के स्तर पर प्राचीन काल से ही घडी का आविष्कार शुरू हो गया था और वर्तमान समय में इस्तेमाल की जाने वाली घडी का आविष्कार एक बार में तो बिलकुल भी नहीं हुआ था। मतलब घडी में सबसे पहले घंटे वाली सुई का आविष्कार हुआ फिर मिनट का और फिर सेकंड वाली सुई चलन में आयी।

इतिहासकारों का मानना है कि इंसानी सभ्यता को जबसे समय (टाइम) समझने आ एहसास हुआ तब से वह सूरज के उगने एवं डूबने को देख दिनों का अनुमान लगाने लगे थे। इसके बाद सूरज की दिशा एवं परछाई से समय को अपने हिसाब से समझने लगे जोकि इस विधि के इस्तेमाल को लेकर प्राचीन काल में मिश्र के लोगों द्वारा इस्तेमाल किये जाने के सबूत मिलते हैं। लेकिन मौसम ख़राब हो जाने के कारण यह विधि कारगार नहीं थी।

घडी की आवश्यकता को देखते हुए आज से लगभग तीन हजार वर्ष पहले जल-घडी (किसी पात्र में पानी भरकर धीमे-धीमे बाहर निकालना) का आविष्कार हुआ और उसके बाद पानी के बजाय रेत को भरकर समय का अनुमान लगाया जाने लगा।

समय गुजरता रहा और घड़ियों की आवश्यकता के हिसाब से इस आविष्कार पर काम चलता रहा। जिसमे यूनान के रहने वाले अर्केमिडीज ने हाइड्रोलिक घडी का आविष्कार किया। इनके बाद पानी से चलने वाली अलार्म घड़ियों का आविष्कार हुआ।

लेकिन आधुनिक घड़ियों में सबसे पहले घंटे वाली सुई ही चलन में आयी। उसके बाद मिनट की सुई और फिर सेकंड की सुई चलन में आयी थी।

इतिहासकारों के मुताबिक 13वीं सताब्दी में हेनरी देविक ने चक्रीय डायल वाली यांत्रिक घडी घडी का आविष्कार कर लिया पर इस घडी में भी मिनट और सेकंड मापने की सुई मौजूद नहीं थी। लेकिन यह घडी आधुनिक घडी बनने की आधार बनी और लगभग 1577 ईस्वी में मिनट वाली सुई घड़ियों में इस्तेमाल की जाने लगी पर यह घड़ियाँ बहुत अधिक विशाल और भारी हुआ करती थीं इसी कारण इन्हें एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में बहुत मुश्किल होती थी।

जानकारों का मत है कि सबसे पहले ज़र्मनी के पीटर हेनलेन ने एक जगह से दूसरी जगह आसानी से ले जाने वाली हल्की घड़ियाँ बनाईं थीं जोकि यह हल्की एवं छोटी घड़ियाँ उस समय काफी दुर्लभ और मंहगी हुआ करती थीं।

18वीं सदी आते-आते दुनियाभर के लगभग हर शहर में घंटा-घर के रूप में टावर बनाए जाने लगे और समय गुजरा घड़ियाँ विकसित होती रहीं। वर्तमान समय में हम लोग मेनुअल घडी के अलावा कंप्यूटर, स्मार्ट वॉच एवं मोबाइल में डिजिटल घड़ियाँ इस्तेमाल कर रहे हैं।

ए एम (AM) का मतलब क्या होता है – Meaning of AM in hindi

हम जानते हैं कि एक दिन में 24 घंटे होते हैं और हमारी द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली घड़ियों में अधिकतम 12 अंक ही होते हैं। इसी कारण घड़ियों में एक दिन में एक समय (एक अंक) दो बार दिखाई पड़ता है – जैसे कि सुबह के 09 बजे और रात के 09 बजे का समय 24 घंटे के अन्दर दो बार सामान अंक दर्शाते हैं।

यदि AM की बात करें तो इसका मतलब एंटी मेरीडियम होता है जोकि अंग्रेजी शब्द न होकर लेटिन भाषा के शब्द हैं। डिजिटल घड़ियों में रात के 12 बजे से लेकर दोपहर के 12 बजे तक समय के साथ ए एम (AM) जोड़ा जाता है। AM का हिंदी पूर्वाह्न में यानिकि दोपहर से पहले और वहीं अंग्रेजी में बिफोर नून (Before Noon) होता है।

ए एम का फुल फॉर्म क्या होता है – AM full form

ए एम (AM) की फुल फॉर्म एंटी मेरीडियम (Ante Meridiem) होती है जोकि लेटिन भाषा के शब्द हैं। जिसका मतलब दोपहर से पहले (Before Noon) होता है।

पीएम (PM) का मतलब क्या होता है – Meaning of PM in hindi

पीएम (PM) यानिकि पोस्ट मेरीडियम जोकि अंग्रेजी भाषा के शब्द न होकर लेटिन भाषा के शब्द हैं। जिसे हिंदी में अपराह्न यानिकि दोपहर बाद और वहीं अंग्रेजी में आफ्टर नून (After Noon) कहा जाता है। PM को डिजिटल घड़ियों में दोपहर के 12 बजे के बाद से रात 12 बजे तक समय के साथ जोड़ा जाता है।

पी एम का फुल फॉर्म क्या होता है – PM full form

पी एम (PM) की फुल फॉर्म पोस्ट मेरीडियम (Post Meridiem) होती है जोकि लेटिन भाषा के शब्द हैं। जिसका मतलब दोपहर बाद (After Noon) होता है।

AM और PM के बीच क्या अंतर होता है – Difference between am and pm in hindi

डिजिटल घड़ियों में AM को दोपहर से पहले के लिए और PM को दोपहर के बाद के लिए समय देखने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। मतलब हम रात के 12 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक घडी में AM देखते हैं और वहीं दोपहर 12 बजे के बाद रात 12 बजे तक घडी में PM देखते हैं।

उदाहरण के तौर पर नीचे दी गई टेबल को देखते हैं –

12 AMरात के 12 बजे
6 AMसुबह के 6 बजे
12 PMदोपहर के 12 बजे
6 PMशाम के 6 बजे
9 PMरात के 9 बजे

FAQs – अधिकांश पूछे जाने वाले प्रश्न

Q. AM और PM का पूर्ण रूप क्या होता है?

Ans. AM का पूर्ण रूप एंटी मेरीडियम (Ante Meridiem) और वहीं PM का पूर्ण रूप पोस्ट मेरीडियम (Post Meridiem) होता है।

Q. ए एम कब से शुरू होता है और कितने बजे तक रहता है?

Ans. ए एम रात के 12 बजे से शुरू होता है और दोपहर के 12 बजे तक रहता है।

Q. पी एम कब से शुरू होता है और कितने बजे तक रहता है?

Ans. पी एम दोपहर के 12 बजे से शुरू होता है और रात के 12 बजे तक रहता है।

Q. दोपहर के पहले के समय को क्या कहते हैं?

Ans. दोपहर के पहले समय को पूर्वाह्न (AM) कहते हैं।

Q. दोपहर के बाद का समय क्या होता है?

Ans. दोपहर के बाद के समय को अपराह्न (PM) कहते हैं।

Q. ए एम और पी एम कब से कब तक रहता है?

Ans. ए एम रात के 12 बजे से दोपहर 12 बजे तक और पी एम दोपहर के 12 बजे से रात के 12 बजे तक रहता है।

निष्कर्ष – The Conclusion

इस लेख को यहाँ तक पढ़कर आपने AM और PM का मतलब, AM और PM के बीच अंतर को जाना। इसके अलावा आपने AM और PM क्या है और जाने इनके बीच का अंतर | AM and PM meaning in hindi और घडी के अविष्कार के इतिहास (Watch invention history in hindi) को प्रारंभिक रूप से जाना है।

इस लेख को यहाँ तक पूरा पढने के बाद आपके मन में इस लेख से सम्बंधित किसी भी प्रकार की छोटी-बड़ी जानकारी को लेकर सवाल या सुझाव हो तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएँ।  हम आपकी द्वारा की गई प्रतिक्रिया का शीघ्र ही जबाव देने का पूरा प्रयास करेंगे।  

इसके इस लेख में दी गई जानकारी AM aur PM ka matlab, AM aur PM ke beech antar आपको जानकारीपूर्ण लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ सभी सोशल मीडिया हैण्डल्स पर जरूर शेयर करें।

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