सोना कैसे बनता है | How to make gold in hindi

नमस्कार दोस्तों, इस लेख मे आप सोना कैसे बनता है | How to make gold in hindi के बारे मे सरल और सटीक रूप से जानने वाले हैं। जैसे कि आप जानते हैं कि सोना (गोल्ड) कभी न फीका पड़ने वाला धातु के साथ-साथ दुनिया के सबसे महंगे धातुओं मे से एक है।

यदि भारत मे सोने (गोल्ड) की बात करें तो यह भारतीय-महिलाओं के लिए आभूषणों (गहनों) के तौर पर पहने जाने वाला मुख्य आकर्षण (Main attraction) का केंद्र है। यही कारण है कि भारत के लगभग हर घर मे महिलाओं के गहने के रूप मे थोड़ा-बहुत सोना (Gold) जरूर मिल जाता है।

इसके अलावा दुनिया-भर में लोग सोने के जेवर, बिस्कुट, सिक्के आदि के रूप में सोना इकठ्ठा कर दुनिया को बताना चाहते हैं कि हम अमीर-व्यक्ति हैं।

लेकिन इस आर्टिकल मे आप सोना कैसे बनता है | How to make gold in hindi या सोना बनाने की विधि (sona kaise banta hai) के अलावा अंतराष्ट्रीय-तौर पर सोने (गोल्ड) की महत्वपूर्णता (Importance) के बारे मे जानेंगे। तो हम पूरी उम्मीद करते हैं कि आप इस लेख को अंत तक पढकर सोने (Gold) से जुड़े रोचक तथ्यों (Interesting facts about gold in hindi) को ज़रूर जानेंगे।

सोने का उत्पादन कैसे किया जाता है – How is gold produced in hindi

आप सोने (गोल्ड) के बारे मे तो भली-भाँती जानते ही हैं। लेकिन आप जानते हो कि सोना कहाँ से आता है? (Sona kahan se aata hai) या फिर सोना किस चीज से बनता है? (Sona Kis cheej se banta hai) और सोना कैसे बनता है | How to make gold in hindi तो चलिए विस्तार से जानते हैं। –

इसमें कोई संदेह नहीं है कि सबसे मूल्यवान धातुओं में से एक सोने (गोल्ड) के पीछे पूरी दुनिया सदियों से भागती आ रही है।

लेकिन सोने को प्राप्त कर लेना कोई आसान काम नहीं है क्योंकि सोना मिट्टी के नीचे खदानों (Mine) मे विस्फ़ोट करके निकाला जाता है। इसके अलावा ज़मीन के अन्दर सोना एक जगह केन्द्रित न होकर छोटे-छोटे टुकड़ों के रूप मे बहुत अधिक मिट्टी (रेत) के बीच मे फंसा होता है। इन सोने के कणों को मिटटी के नीचे से निकालकर कई प्रक्रियाओं के द्वारा मिटटी, रेत आदि अशुद्धिओं से अलग कर लिया जाता है। 

इसके बाद अलग किये गए इस सोने को लगभग 1300 डिग्री सेल्सियस तापमान पर गर्म करके पिघलाया जाता है। सोने के तरल रूप मे परिवर्तित हो जाने के बाद इसे सोने की ईंट, बिस्कुट, सिक्के आदि के रूप मे ढाल दिया जाता है।

बता दें कि सोने की खदाने अंटार्टिका महाद्वीप को छोड़ सभी छः महाद्वीपों मौजूद हैं। सोना उत्तर और दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और एशिया महाद्वीपों में अधिकता मे पाया जाता है।

यदि भारत की बात करें तो यहाँ कोई भी ऐसी खदान (Mine) नहीं है जोकि अधिक मात्रा में सोने का उत्पादन कर सके। बता दें कि कर्नाटक राज्य के कोलर शहर में ‘कोलार गोल्ड फील्ड’ (KGF) नामक खदान से सोना निकाला जाता था जोकि साल 2001 मे सोना न निकलने के कारण पूरी तरह से बंद हो चुकी है। इसके अलावा हाल मे भारत मे आंधप्रदेश और झारखंड की खदानों से छोटे स्तर पर बहुत कम मात्रा मे सोना निकाला जाता है। इन खदानों से प्रत्येक वर्ष औसतन सात किलोग्राम सोना निकाला जाता है।

यदि भारत की इस कोलार खदान की बात करें तो यह खदान (Kolar Gold Field) बहुत पुरानी है जोकि सिंधु घटी की सभ्यता से लेकर ब्रिटिश शासन और बाद मे आजाद भारत को भरपूर मात्रा मे सोना देती रही। एक आंकड़े के अनुसार वर्ष 1880 से 2001 के बीच लगभग 800 टन सोना तो वहीँ आजाद भारत को 1956 से लेकर 2001 तक लगभग 9 लाख किलोग्राम सोने का उत्पादन हुआ था।

बता दे कि तमिल स्टारर यश की KGF पार्ट-1 मूवी आई थी जोकि पूरी तरह से कोलर खदान से सोना निकालने पर आधारित थी जोकि दर्शकों के द्वारा काफ़ी पसंद की गई थी। जल्द ही इस मूवी का पार्ट-2 भी दर्शकों के देखने के लिए सिनेमाघरों में आने वाला है।

इसे भी पढें: सभी देशों की आर्थिक स्थिति बताने वाली GDP क्या होती है?

ज़मीन के अन्दर से सोना कैसे निकाला जाता है?– How to extract gold inside the earth

उपर्युक्त लेख को पढकर आप सोने के उत्पादन के बारे मे जान गए होंगे लेकिन सोने के उत्पादन को और अच्छे से जानने के लिए आगे पढते हैं। –  

सोना निकालने के लिए कई चरणों से गुजरना पड़ता है; जिसमे कुछ प्रक्रियाएं इंसानों के द्वारा की जाती हैं तो वहीं कुछ रासायनिक प्रक्रियाएं द्वारा भी सोना प्राप्त किया जाता है।

सोना निकालने के सबसे पहले तरीके की बात करें तो भूवैज्ञानिकों के द्वारा जाँच-पड़ताल करने के बाद चयनित चट्टानों और पत्थरों को डायनामाइट लगाकर उसमे विस्फ़ोट किया जाता है। विस्फोट करने के बाद 300 से 500 मीटर गहराई से तकरीबन एक टन पत्थर निकाला जाता है और पूरे दिन मे सोने के कणों से मिश्रित लगभग 300 टन मलवा बाहर निकाला जाता है।

इसके बाद बाहर निकाले गए पत्थरों के मलवे को बड़ी-बड़ी मशीनों की सहायता से कई घंटों की मसक्कत से बारीक बालू के रूप मे पीस लिया जाता है।

इसके बाद पिसे हुए मलवे को गीला करके कंपन्न करने वाली टेबल पर कपडा बिछाकर डाल दिया जाता है। इस प्रक्रिया को करने से सोने के छोटे-छोटे कण टेबल पर बिछे कपडे से चिपक जाते हैं और पत्थरों और मिटटी का पिसा हुआ मलवा बाहर निकलकर छन जाता है। यह प्रक्रिया कई बार दोहराई जाती है। 

इसके बाद सभी सोने के कण कपडे से अलग कर लिए जाते हैं। इसके बाद सोने को अधिक मात्रा में गरम करके पिघला लिया जाता है और सोने की प्लेटों, ईंटों, बिस्कुटों और अन्य सामानों के रूप मे बदल दिया जाता है।

हालाँकि इस प्रक्रिया से सोना निकाल लिया जाता है। और अगर अयस्क मे सोने की मात्रा बहुत कम है तो इसके लिए रासायनिक प्रक्रियाओं का सहारा लेकर सोने को अलग किया जाता है और सोने (गोल्ड) को शुद्ध किया जाता है।

सोना निकालने की इन सभी जटिल प्रक्रियाओं के चलते ही सोना बाज़ार मे बहुत महंगा बिकता है

ज़मीन के अन्दर सोना कैसे पता करते हैं? – How to find gold around the earth

सोने निकालने से पहले भूवैज्ञानिक ‘ग्राउंड पेनेट्रेटिंग राडार (GPR)’ के द्वारा सोने के मौजूदगी का पता लगाते हैं। यह यंत्र धरती (मिटटी) के गुणों यानिकि घनत्व और चुम्बकीय गुणों की मौजूदगी को रिकॉर्ड करता है। इसके आधार पर ग्राफ़ तैयार करके अनुमान लगाया जाता है कि मिटटी के नीचे कौन-कौन से तत्व हैं? इसके बाद अच्छे से गणना करने के लिए ज़मीन के नीचे ड्रिलिंग करके थोडा-थोडा मलवा बाहर निकालकर उसका विश्लेषण किया जाता है। ज़मीन के नीचे और कई तकनीकों के साथ सटीक धातु (तांबा, जस्ता, निकिल, चाँदी, सोना) की जानकारी प्राप्त करने के बाद ज़मीन को खोदना शुरू कर दिया जाता है।  

ज़मीन के अन्दर सोना कैसे पैदा हुआ था? – How did gold inside the earth

इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारी प्रथ्वी के गर्भ में बेशकीमती चीजों का भंडार हैं। जिन्हें हम शुद्ध पानी, पेट्रोलियम खनिज और धातुओं आदि के रूप में जानते हैं।

यदि सोने के निर्माण के बारे में बात करें तो वैज्ञानिकों के अनुसार जीवाश्म (Fossils) के कारण सोना धरती के अन्दर तैयार हुआ था। इसके अलावा कुछ वैज्ञानिक कहते हैं कि करोड़ों—अरबों साल पहले धरती पर धूमकेतु (Comet) की वर्षा के कारण ही सभी प्रकार के धातु ज़मीन के अन्दर गहराई मे समां गए थे।

लेकिन आधुनिकीरण के चलते मानव ने अधिक विकास कर ज़मीन के अन्दर सभी प्रकार खनिज और धातुओं की खोज कर बाहर निकाल रहा है।

सबसे अधिक सोना उत्पादन करने वाले देश कौन से हैं?– Which are the highest gold producing countries

मौजूदा समय में 8,133.5 टन सोने के साथ सयुंक्त राज्य अमेरिका के पास सबसे ज्यादा सोना है। वहीं सबसे अधिक सोने का उत्पादन एशिया महाद्वीप मे मौजूद चीन में किया जाता है जोकि पूरी दुनिया के 11 प्रतिशत सोने का उत्पादन करता है। सोने का वार्षिक उत्पादन करने वाले कुछ देशों पर नजर डालते हैं। 

  1. चीन – 383.2 टन
  2. रूस – 329.5 टन
  3. ऑस्ट्रेलिया – 325.1 टन
  4. सयुंक्त राज्य अमेरिका – 200.1 टन
  5. कनाडा – 182.9 टन
  6. पेरू – 143.3 टन
  7. घाना – 142.4 टन
  8. दक्षिण अफ्रीका – 118.2 टन
  9. मैक्सिको – 111.4 टन
  10. ब्राज़ील – 106.9 टन

सोने में कैरट क्या होता है? – 24 Carat gold means in hindi

जब भी सोना खरीदने की बात की जाती है तो शुद्धता के रूप मे ‘24 कैरट गोल्ड’ को सबसे उच्च कोटि का सोना (गोल्ड) माना जाता है। मतलब कैरट शब्द का इस्तेमाल सोने की शुद्धता मापने के लिए प्रयोग मे लाया जाता है मतलब सोना जितना ज्यादा कैरट होगा; वह उतना ही अधिक शुद्ध और महंगा होगा।

‘24 कैरट गोल्ड’ का मतलब सोना 99.99% शुद्ध होता है। और ‘24 कैरट सोना’ शुद्ध होने होने के कारण मुलायम अवस्था मे रहता है। इसी कारण इस सोने के आभूषण (गहने) नहीं बनाए जाते हैं क्योंकि इस सोने के आभूषण लचीले होने के साथ मुड़कर पहनने लायक नहीं रहते हैं। इसलिए ’24 कैरट सोना’ केवल सोने की प्लेट, ईंट, बिस्कुट और सिक्के आदि बनाने के प्रयोग मे ही लाया जाता है।

इसके अलावा ’22 कैरट गोल्ड’ की बात करें तो यह सभी प्रकार के आभूषण बनाने के लिए इस्तेमाल मे लाया जाता है। वहीं 22 कैरट का सोना ’24 कैरट सोने’ के मामले मे थोडा कम शुद्ध होता है। ’22 कैरट सोने’ मे 91.6 प्रतिशत सोने की मात्रा होती है और बाकि के सोने मे 8.3 प्रतिशत ताँबा, जस्ता, चाँदी और निकिल आदि धातु मिले रहते हैं। जिससे कि यह सोना गहने आदि बनाने के लिए लचीला न रहकर अधिक मजबूत बन जाता है। बता दें कि इसी सोने को 916 सोने के नाम से भी जाना जाता है।

सबसे शुद्ध सोने की माप के लिए 24 कैरट सोने को 99.99 प्रतिशत शुद्ध सोना माना जाता है हालाँकि यह 100 प्रतिशत शुद्ध सोना होता है, लेकिन फिर भी इसे 99.99% सोने के रूप मे मापा जाता है। यह सोना सबसे महंगा होने के साथ अधिक नरम और लचीला होता है।  

  • 24 कैरट सोना – 99.99% शुद्धता
  • 22 कैरट सोना – 91.6% शुद्धता
  • 18 कैरट सोना – 75% शुद्धता
  • 14 कैरट सोना – 58.33% शुद्दता
  • 12 कैरट सोना – 50% शुद्धता
  • 10 कैरट सोना – 41.7 शुद्धता

निष्कर्ष: Conclusion

इस आर्टिकल को यहाँ तक पढकर आप जान गए होंगे कि सोना कैसे बनता है | How to make gold in hindi और इसके अलावा ज़मीन से सोना कैसे निकाला जाता है?, सबसे अधिक सोना कौन सा देशा पैदा करता है? और सोने में कैरट का क्या मतलब होता है? (24 Carat gold means in hindi) आदि के बारे मे भी जान गए होंगे। यदि इस लेख से सम्बंधित आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएँ।

यदि आपको यह जानकारी पसंद आयी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ Whatsapp, Facebook, Telegram आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर जरूर साझा करें।

Leave a Reply