युवाल नोह हरारी कौन है | Yuval noah harari biography in hindi

नमस्कार दोस्तों, इस पोस्ट में आप बहुत ही मशहूर इतिहासकार एवं दार्शनिक युवाल नोह हरारी के बारे में विस्तार से जानेंगे। युवाल को कई लोग दुनिया के सबसे बुद्धिमान जीवित व्यक्तित्यों में से एक मानते हैं। बहुत कम लोग होते हैं; जिनके पास हर सवाल का जबाब होता है लेकिन युवाल उन्ही में से एक हैं जिनके पास हर सवाल का जबाव होता है। वहीं ज्यादातर ये बोलते हैं वो खुद में ही बहुत बड़ी चीज (बात) होती है। तो आगे पढ़ते हुए युवाल नोह हरारी कौन है | Yuval noah harari biography in hindi और क्यों इन्हें दुनिया के सबसे बुद्धिमान व्यक्तियों के रूप में से एक जाना जाता है ?

पूरा नाम युवाल नोह हरारी
जन्म-तिथि 24 फरबरी, 1976
जन्म-स्थान किरयात एटा, इजराइल
धर्म यहूदी
लिंग समलेंगिक
पति इत्जिक याहव
शिक्षा Ph.D. (इतिहास)
पेशा प्रोफेसर, इतिहासकार एवं मशहूर लेखक
मशहूर किताबें सैपियंस, होमो डेस एवं 21 वीं सदी के 21 पाठ

युवाल नोह हरारी की जीवनी | Yuval noah harari biography in hindi

युवाल नोह हरारी एक यहूदी हैं जिनका जन्म वर्ष 1976 में किरयात एटा (Kiryat Ata), इजरायल के यूरोपीय और लेबनानी मूल के एक धर्म निरपेक्ष यहूदी परिवार में हुआ था। इसके बाद युवाल इसी धर्मनिरिपेक्ष परिवार में पले बड़े। 46 साल के हरारी एक समलेंगिक हैं। इन्होने सन 2002 में इत्जिक याहव से कनाडा के टोरंटो में एक नागरिक समाहरोह में शादी कर ली। और हाल ही में इत्जिक याहव इनके पति हैं जो की यारूशेलम के पास एक मोशव (सहकारी कृषि विभाग) में हैं। इत्जिक याहव युवाल नोह हरारी के निजी प्रबंधक भी हैं जो बताते हैं की उनकी सफतला के पीछे मेरे पति का हाथ है।

युवाल नोह हरारी की शिक्षा – Yuval noah harari education in hindi

युवाल नोह हरारी की शिक्षा की बात करें तो इन्होने यरूशलेम के हिब्रू विश्वविद्यालय में इतिहास का अध्ययन किया और ऑक्सफोर्ड में डॉक्टरेट (अपनी PhD. ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से 2002 में की) की पढ़ाई पूरी की। युवाल इजरायल के  येरुशलम के हिब्रू विश्व विद्यालय में  इतिहास विभाग में हाल ही में प्रोफेसर भी हैं।

युवाल नोह हरारी की दिनचर्या – Yuval noah harari life style

द गार्जियन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार हरारी एक शाकाहारी हैं और वे विपश्यना ध्यान (मैडिटेशन) करते हैं, जो उन्होंने सन 2000 में ऑक्सफोर्ड में शुरू किया था। जिसमे वह दिन में दो घंटे ध्यान करते हैं, एक घंटे सुबह और एक घंटे शाम को सभी जरूरी के काम करने के बाद ध्यान करते हैं।

युवाल कहते हैं कि विपस्सना (ध्यान) ने मेरा पूरा जीवन ही बदल दिया। आज मैं विपस्सना के बिना इतना सफ़ल नहीं हो पाता क्योंकि ध्यान मुझे व्यक्तिगत रूप से मुझे उन सभी  मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित  करने में मदद करता है जो वास्तव में मायने रखतें हैं और उन्हें आगे रखने में मदत करता है। इसी के चलते हरारी साल में कई दिनों (approx. 30 days) मौन भी रहते हैं। और वह हमेशा कहते हैं कि इतिहास पास्ट (Past) नहीं हैं वल्कि इतिहास तो बदलाव लाता है। जो ह्यूमन सोसाइटी, विकास और राजनीतिक ढाँचे को बदलने में सहायता करता है।

युवाल नोह हरारी के बारे में रोचक तथ्य – Intrasting facts of yuval noah harari

चलिए अब बात करते हैं ऐसा क्या है कि युवाल को दुनिया के सबसे अक्लमंद जीवित व्यक्तियों के श्रेणी में लाता है और क्यों यह पूरी दुनिया में एक मशहूर व्यक्ति हैं ? –

बता दें कि युवाल ने एक लेखक के तौर पर कमाल की किताबें लिखीं हैं। जिसमे इनकी लेखनी स्वतन्त्र इच्छा, चेतना और बुद्धिमत्ता की जाँच करती है।

इन्होने लिखा है की इन्सान कैसे आया? हम कहाँ से शुरू हुए? कहाँ आ गये? और कहाँ जायेंगे? इन्होने पास्ट, प्रेजेंट और फ्यूचर की बहुत ही सरलता से व्याख्या की है। आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) क्या करेगा? जो आज हम टेक्नोलॉजी इस्तेमाल कर रहे हैं; जिसमे हमारा सारा डाटा सरकार के पास है; यह सही है या गलत है। यह सब इन्होने बताया है। ‘नेशनलजिम बनाम ग्लोबलाइजेशन’ को बहुत अच्छे से परिभाषित किया है कि इसमें सही क्या है? ऐसे ही इन्होने बहुत कुछ लिखा है जो इनकी लेखनी में साफ-साफ देखने को मिलता है।

इनके लेखन में रोचक तथ्य यह है की इनकी सभी किताबे पाठकों को जोड़े रखती हैं, और इनको भली भांति पता है की पाठक क्या पढना चाह रहा है और इनके इसी अंदाज के कारण आज ये पाठको के लिए पूरी दुनिया में छाये हुए हैं।

आमतोर पर जो इंटेलेक्चुअल (Intellectuals) होते हैं। वो अपनी स्पीच में ज्यादातर टेक्निकल वर्ड्स इस्तेमाल करते हैं और आसानी से समझ नहीं आते हैं। लेकिन जब युवाल नोह हरारी क्लासेज लेते हैं क्योंकि वह एक प्रोफेसर भी हैं और वो जब वो इंटरव्यू देते हैं तो इतनी आसान शब्दों का इस्तेमाल करते हैं और बोलते हैं जो आसानी से समझ आता है। यही चीज युवाल को सभी से अलग बनाती है।

युवाल नोह हरारी क्यों मशहूर है? – Why yuval noah harari popular

 बता दें कि युवाल चर्चा में तब आये जब इनकी लिखी गई मानव शास्त्र की बेस्ट सेलिंग किताब ‘सैपियन्स:  ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ ह्यूमनकाइंड‘ जो 2014 में लोगो के सामने आई। लोगो ने दुनियाभर में इसे बहुत पसंद किया और ये किताब वर्ल्डवाइड काफी हिट रही थी। इसके अलावा इस किताब की अब तक लगभग 16 मिलियन कॉपीज बिक चुकी है जोकी 60 भाषाओँ में ट्रांसलेटेड थी। लेकिन युवाल को बहुत ज्यादा लोकप्रियता तब मिली जब इन्होने 2 और किताबे लोगों के सामने रखी, जिसमे दूसरी ‘होमो देस : अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ़ टुमारो‘ जो 2016 में 50 भाषाओँ में आई थी। जिसकी वर्ल्डवाइड लगभग 7.5 मिलियन कॉपीज बिक चुकी हैं। और इस किताब के बाद ‘21 लेशंस फॉर 21st सेंचुरी (2018)’ जो 40 भाषाओँ में थी। जिसकी वर्ल्डवाइड 4 मिलियन से ज्यादा कॉपीज अब तक बेची जा चुकी हैं। इस किताब में युवाल ने उन मुद्दों पर बात की है जो हाल में घट रहे हैं और और भविष्य में घटने वाले हैं जिनमे 2 सबसे महत्वपूर्ण ग्लोबलाईजेशन (Globalization) एवं क्लाइमेट चेंज (climate change) जैसे मुद्दों को उठाया है जो काफी अहम् हैं।

आपको बता दें कि इन सभी किताबों में युवाल ने इतनी बुद्धिमत्ता और सटीकता से लिखा है। कि उस पर से इंकार करना बहुत ही मुश्किल है और यह सभी साइंस की बेस्ट सेलिंग किताबें भी रही हैं। और साथ ही यह किताबें युवाल को मोस्ट सेलर ऑथर भी बनातीं है और इन्ही कारणों से युवाल नोह हरारी पूरी दुनिया में छाए हुए हैं।

बता दें कि हाल ही में युवाल की ‘सपिएंस: अ ग्राफ़िक हिस्ट्री, वॉल्यूम 1 (2020)‘ आई है। जिसमे इन्होने कॉमिक आर्टिस्ट डेविड वंडरम्यूलन (को राइटर) और डेनियल केसनेव (इलस्ट्रेटर) के साथ मिलकर पहला भाग (कॉमिक आधारित) लेकर आए हैं। जिसमे इन्होने अपनी अलग प्रकार की लेखनी पेश की है जो बड़ों के साथ साथ बच्चों को भी बहुत पसंद आने वाली है।

युवाल नोह हरारी की चर्चित किताबें – Popular books of yuval noah harari

  1. सैपियन्स: ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ ह्यूमनकाइंड (2014)
  2. होमो डेस: ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टुमॉरो (2016)
  3. 21 वीं सदी के लिए 21 पाठ (2018)

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 वैसे तो युवाल ने कई सारी किताबें लिखीं हैं और सभी बेहतरीन हैं लेकिन उपयुर्क्त तीनों किताबों ने इन्हें हर मंच पर बोलने का मौका दिया है और इन्हें दुनिया में मशहूर इतिहासकार और दार्शनिक बना दिया और इसी के कारण आज आप इन्हें भलीं भांति जानते हैं।

बता दें कि हरारी से जब एक बार इंटरव्यू में पुछा गया कि क्या आप मैडिटेशन को भगवान से जोड़तें हैं? जिसमे इन्होने कहा की मैडिटेशन का मतलब भगवान से जोड़ना तो बिलकुल भी नहीं है वल्कि मैडिटेशन हमको रियलिटी से अवगत कराती है और आपके आस-पास जो घट रहा है। उसको सही मायने में एक्सपीरियंस (experience) और एक्सेप्ट ( except) करने में और चीजों को अच्छे से समझने में उपयोगी होता है। और हमें इमेजिनेशन से बाहर निकालता है और दुनिया को सही नज़र से  देखनें का मौका देती है।

Yuval Noah Harari at Talks at Google

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Yuval at Talks at Google

युवाल से जब ‘टॉक्स एट गूगल’ के एक समारोह में यह पुछा गया कि किसी भी बड़े नेता पद के चुनाव के लिए आपको वोट करने का मौका दिया जाये तो आप किसे वोट करोगे? तो इसके जबाव में युवाल ने बहुत की शानदार जबाव दिया, इन्होंने कहा –

आप जिसे भी वोट करने वाले हो उसे केवल ये प्रश्न पूछो की यदि आप चुनाव जीत जाओगे तब आप 1. क्लाइमेट चेंज के खतरे , 2. नुक्लिअर वॉर के खतरे और 3. ग्लोबल रेगुलेशन फॉर AI एंड बायोटेक के लिए आपके क्या प्लान्स हैं? यदि वो कहते हैं की मैंने अभी तक इनके बारे में सोचा ही नहीं है तो शायद आपको उन्हें वोट नहीं करना चाहिए।

FAQs: बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न

Q. युवाल नोह हरारी की बेस्ट सेलिंग किताबें कौन सी हैं?

Ans. युवाल नोह हरारी की बेस्ट सेलिंग किताबें सैपियन्स: ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ़ ह्यूमनकाइंड (Sapiens: A Brief History of Humankind 2014), होमो डेस: ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ़ टुमारो (Homo Deus: A Brief History of Tomorrow 2016), 21वीं सदी के लिए 21 पाठ (21 Lessons for the 21st Century 2018) हैं।

Q. युवाल नोह हरारी कौन सा ध्यान या मेडीटेशन करते हैं?

Ans. युवाल नोह हरारी विपस्सना (Vipassana) ध्यान करते हैं जिसका अभ्यास सुबह-सायं 1-1 घंटे करते हैं।

निष्कर्ष: The Conclusion

तो बस इस लेख में इतना ही जिसमे आपने ग़जब की मानसिकता रखने वाले युवाल नोह हरारी के बारे में जाना इसके अलावा आपने युवाल नोह हरारी कौन है | Yuval noah harari biography in hindi को सरलता से जाना है।

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This Post Has 2 Comments

  1. Raj Gajjar

    Nice Article

  2. JP

    Sir bahut detailed article hai. Aapne bahut hi acche se bataya hai

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