मुनिबा मजारी का जीवन परिचय | Muniba Mazari biography in hindi

यदि आप अपना सब कुछ खो कर दुनिया के लिए एक मिशाल बनो तो आपने वह सब कर दिया जो आप सब कुछ होते हुए भी कभी नहीं कर पाते। चलिए पढ़ते हैं एक ऐसी ही सख्शियत की सफलता की कहानी जिसने एक समय पर सब कुछ खो दिया था। जो हमेशा कहती हैं कि ‘समस्याएं कभी भी बड़ी नहीं होती वल्कि इन्सान खुद को छोटा समझने लगता है।’ तो आप यहाँ मुनिबा मजारी का जीवन परिचय | Muniba Mazari biography in hindi के अलावा यह भी जानने वाले हैं कि विकलांग होने के कारण व्हीलचेयर पर बैठकर कैसे वह ऐसे कार्यों में जुटी हुई हैं जिनको देखकर सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए।

बता दें कि मुनिबा मजारी को अभूतपूर्व सोच और उनके कार्यों के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। जिन्हें दुनिया में मशहूर ब्रिटिश समाचार संस्था बीबीसी ने वर्ष 2015 में अपनी 100 इन्सपायरिंग वुमन सीरीज में शामिल किया गया था और साल 2016 में फोर्ब्स पत्रिका ने 30 साल से कम उम्र की 30 शख्सियतों में शामिल किया था। मुनिबा सयुंक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की नेशनल एम्बेस्डर भी हैं। जिन्हें पाकिस्तान की आयरन लेडी के नाम से जाना जाता है।

मुनिबा मजारी का जीवन परिचय | Muniba Mazari biography in hindi

पूरा नाममुनिबा मजारी बलोच
जन्म-तिथि3 मार्च, 1987
जन्म-स्थानरहीमयार खान, पंजाब, पाकिस्तान
बेटानाएल मजारी
शिक्षाग्रेजुएशन इन बैचलर इन फाइन आर्ट्स
पेशापाकिस्तानी मॉडल, आर्टिस्ट, एक्टिविस्ट एवं मोटिवेशनल स्पीकर

मुनिबा मजारी बलोच (Munima Mazari Baloch) का जन्म 3 मार्च, 1987 पाकिस्तान में मौजूद पंजाब राज्य के रहीम यार खान इलाके के बलोच परिवार में हुआ था। जिनको बचपन से ही चित्रकारी (Painting) करने का शौक था। जिनके दो भाई ज़ुल्फ़िकार अली मजारी (Zulfiqar Ali Mazari) और सरफ़राज़ अली मजारी (Sarfraz Ali Mazari) हैं। मुनिबा का एक बेटा है। जिसे इन्होने बचपन में ही गोद लिया था जिसका नाम नाएल मजारी (Nile Mazari) है। मुनिबा ने अपनी शुरूआती शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल (Army Public School) से की थी और इनके पास बैचलर्स इन फाइन आर्ट्स (Bachelors in Fine Arts) में डिग्री भी है। 

बता दें कि जब मुनिबा मजारी जब सिर्फ 18 वर्ष की थी तब उनके घरवालों ने उनकी शादी करा दी थी। जिनके पति का नाम खुर्रम शहजाद (Khurram Shahzad) था जोकि पाकिस्तानी एयरफोर्स में पायलेट थे। शादी के 2 साल बाद ही मुनिबा मजारी और उनके पति का कार एक्सीडेंट हो गया। जिसमे उनके पति तो कैसे भी कार से बाहर निकल गए लेकिन मुनिबा कार में ही फंसी रही। जिस कारण उनके सीधे हाथ की कोन्ही की हड्डी, कलाई, कन्धा, गर्दन और रीड ही हड्डी के साथ पूरे शरीर में फ्रेक्चर और चोटे आयीं। वह ढाई महीने हॉस्पिटल में रही और फिर कभी अपने पैरों पर न चल सकी और इसी बीच मुनिबा के पति ने भी उन्हें तलाक दे दिया।

इन सभी घटनाओ के बाद मुनिबा मजारी के उपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आज मुनिबा मजारी पाकिस्तानी मॉडल, आर्टिस्ट, एक्टिविस्ट और मोटिवेशन स्पीकर हैं जो सामाजिक कार्यों के लिए पूरी दुनिया में जानी जाती हैं।  

मुनिबा मजारी की कहानी – Muniba mazari story in hindi

मुनिबा मजारी की कहानी की बात करें तो यह बहुत ही दर्दनाक और प्रेरणादायक है। मुनिबा हमेशा कहती हैं –

“कोई बात नहीं यदि आप डरते हो, कोई बात नहीं यदि आप रोते हो।

सबकुछ ठीक है लेकिन हार मानना विकल्प नहीं होना चाहिए।”

मुनिबा महज 18 साल की थीं तभी उनके शादी कर दी गई थी क्योंकि वह रूडिवादी परिवार से नाता रखती थीं। जिसमे लड़की किसी भी चीज के लिए न नहीं बोल सकती थी।  

शादी के 2 वर्ष बाद ही मुनिबा का कार एक्सीडेंट हो गया था। जिसमे मुनिबा के पति ड्राइविंग करते समय सो गए थे और कार खाई में जा गिरी थी। जैसे कि हमने उपर पढा था कि मुनिबा के पति तो कार से बाहर निकल गए थे लेकिन मुनिबा को हॉस्पिटलाइज करना पड़ा जहाँ कार एक्सीडेंट हुआ था वहां से हॉस्पिटल का का रास्ता 3 घंटे दूर था और मुनिबा साँस तक नहीं ले पा रही थीं। जिसके बाद मुनिबा मजारी जीवन पूरी तरह से बदल गया।

इस घटना के बाद मुनिबा को जब हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था तो उनको पता था कि मेरा आधे से ज्यादा शरीर काम ही नहीं कर रहा है और शुरआती ढाई महीने हॉस्पिटल में उन्होंने जीने की आस ही छोड़ दी थी।

एक दिन जब हॉस्पिटल में मुनिबा के केविन में आकर डॉक्टर ने यह कहा कि आप आर्टिस्ट बनना चाहती थी। लेकिन हाउस वाइफ बनने के कारण आपको ये छोड़ना पड़ा था तो आपके लिए एक बुरी खबर है कि आप अब पेंट नहीं कर सकोगे क्योंकि तुम्हारी कलाई और बाजू में फ्रेक्चर है।    

जब दूसरे दिन डॉक्टर मुनिबा के पास आये तो उन्होंने कहा की आपकी रीड की हड्डी में बहुत ज्यादा चोट होने के कारण आप कभी फिर से चल नहीं पाओगे। मुनिबा ने लम्बी सांस लेकर कहा कि ठीक है।

और जब अगले ही दिन डॉक्टर मुनिबा के पास आये और उन्होंने कहा की आपके रीड की हड्डी में लगने को ठीक किया गया है। जिस ऑपरेशन के कारण अब आप कभी माँ नहीं बन पाओगी। उसके बाद मानों मुनिबा तबाह ही हो गई और उन्होंने अपनी माँ से पुछा कि मैं ही क्यों? और मैं जिंदा ही क्यों हूँ? तो उनकी माँ ने आश्वासन दिया की सब सही हो जायेगा! आप हार मत मानों।

मुनिबा ने अपने भाई से कहा कि मुझे पता है कि मेरे हाथ सही नहीं हैं लेकिन मैं हॉस्पिटल मे सफ़ेद ड्रेस और सफ़ेद दीवारों को देख-देख कर थक चुकी हूँ। इसलिए मुझे कलर्स और कैनवास ला कर दो। मैं पेंट करना चाहती हूँ और मुनिबा ने अपनी पहली पेंटिंग अपने डेथ बेड पर बनाई थी। यह एक अनोखी थेरेपी थी मतलब वह बिना कुछ कहे अपनी कहानी बयान कर सकती थी। इसके बाद उन्होंने बहुत सारी पेंटिंग (Muniba mazari paintings) बनाई।  

मुनिबा मजारी ने हॉस्पिटल में ही निर्णय लिया कि अभी में अपने लिए जीने जा रही हूँ। मैं किसी और के लिए परफेक्ट इन्सान बनने तो बिलकुल भी नहीं जा रही हूँ। मैं इस मोमेंट को जीने जा रही हूँ; जिसमे मैं परफेक्ट हो सकूँ। जिसमे उन्होंने कहा कि मैं सभी डरों से लड़ने जा रही हूँ। उन्होंने अपने सभी डरों को एक नोटबुक पर लिखा और फैसला किया कि मैं सभी डरों को काबू करुँगी। जिसमे सबसे बड़ा डर उनका तलाक था।

मुनिबा ने खुद को इमोशनली बहुत ज्यादा मजबूत बना लिया था और जब उनको पता चल कि उनके पति Muniba mazari husband शादी करने जा रहे हैं तो उन्होंने बधाई देते हुए मेसेज किया और कहा कि मैं बहुत खुश हूँ।   

मुनिबा के लिए दूसरा सबसे बड़ा डर यह था कि वह कभी माँ नहीं बन सकती हैं। लेकिन बाद मे उन्होंने सोचा कि दुखी होने का कोई मतलब ही नहीं है क्योंकि दुनिया में बहुत से ऐसे बच्चे हैं; जिन्हें गोद लिया जा सकता है। इसी कारण उन्होंने बहुत सारी आर्गेनाईजेशन और अनाथालयों में अपना नाम दे दिया। दो साल के लम्बे इतंजार के बाद उन्हें कॉल आया कि क्या आप मुनिबा मजारी हो? और क्या आप बच्चा गोद लेना चाहती हो? तो उन्होंने सब्र को तोड़ते हुए कई बार कहा कि हाँ मुझे ये बच्चा चाहिए और मैं उसे लेने आ रही हूँ। जिसका नाम उन्होंने नाएल मजारी (Muniba mazari son) रखा।  

जब मुनिबा मजारी ने सबके सामने आकर अपने बारे में बताना शुरू किया तो वह एक बहुत सही निर्णय था क्योंकि उसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

उन्होंने मॉडलिंग कैंपेन किए, पाकिस्तान नेशनल टेलीविज़न में एक एंकर के तौर पर शामिल हुई, UN में पाकिस्तान की नेशनल एम्बेस्डर बनी और आज वह लोगों के हक़ के लिए स्पीच Muniba mazari speech भी देती हैं जिसमे एसिड अटैक पीड़ित, अंधे और विकलांग लोगों, लेंकिग मुद्दों (Gender issues), लड़किओं की शिक्षा, यौन शोषण के शिकार और  ट्रांसजेंडर समुदाय आदि मुद्दों पर काम करती हैं।

मुनिबा मजारी ने हॉस्पिटल में रहते हुए बेड पर जो भी पेंटिंग बनाई थीं। उनकी राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय तौर पर प्रदर्शनी आयोजित भी की जाती हैं और कई NGO द्वारा चैरिटी भी की जाती है।

तो दोस्तों आप मुनिबा मजारी का जीवन परिचय | Muniba Mazari biography in hindi के घटनाओं से ही अंदाजा लगा सकते हो कि यह हम सभी के लिए कितनी बड़ी प्रेरणा का श्रोत हैं।

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मुनिबा मजारी के बारे में रोचक तथ्य – Muniba mazari facts in hindi

  • मुनिबा मजारी अपनी माँ को अपने जीवन का सबसे बड़ा हीरो बताती हैं, वह कहती हैं कि मेरी माँ ने मेरा आज तक साथ नहीं छोड़ा।
  • मुनिबा को पाकिस्तान में आयरन लेडी इसलिए कहा जाता है क्योंकि उनकी सर्जरी के कारण हड्डियों में लोहे की रोड़े पड़ी हुई है।  
  • मुनिबा पाकिस्तान की पहली व्हीलचेयर आर्टिस्ट हैं।
  • मुनिबा कार एक्सीडेंट के बाद ढाई महीने हॉस्पिटल और उसके बाद 2 साल घर बेड पर ही रही थी।
  • मुनिबा कहती हैं कि जब मैं पहली बार व्हीलचेयर पर बैठी थी तो वह मेरा दूसरा जन्म था।
  • मुनिबा व्हीलचेयर बैठ और सही हो कर किसी से मिलना नहीं चाहती थी। वह कहती थीं कि मैं किसी की सहानुभूति नहीं लेना चाहती हूँ।
  • मुनिबा को ब्रिटिश समाचार संस्था बीबीसी ने साल 2015 में अपनी 100 प्रभावशाली महिला सीरीज में शामिल किया था।
  • मुनिबा को साल 2016 में फोर्ब्स पत्रिका ने 30 साल से कम उम्र की 30 शख्सियतों में शामिल किया था।
  • मुनिबा सयुंक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की नेशनल एम्बेस्डर हैं।
  • मुनिबा मजारी जब भी किसी से मिलती हैं तो हमेशा खुश रहती हैं। वह कहती हैं यदि मैं खुश रहूंगी तभी तो दूसरों को खुशी बाँट पाऊँगी।

मुनिबा मजारी के विचार – Muniba mazari quotes in hindi

“असफल होना एक आप्शन होना चाहिए क्योंकि जब आप असफल होते हो तब आप ऊपर उठते हो।”

“जो जीवन आप जी रहे हो, वह लाखों लोगों का सपना है। इसलिए जीवन को आनंदित होकर जीयो क्योंकि मरना तो सभी को है। “

“अपनी माँ से हमेशा प्यार करो क्योंकि माँ आपको कभी दूसरी नहीं मिलेगी।”

“असफल होना एक विकल्प है लेकिन हार मान लेना ये कोई विकल्प नहीं है।”

“अपने लिए तो सभी जीते हैं लेकिन तुम्हे लगे कि तुम किसी के जीवन को जरा सा बदल सकते हो, तो बिलकुल भी देरी न करें।”

“समस्याएं कभी भी बड़ी नहीं होती वल्कि इन्सान खुद को छोटा समझने लगता है।”

“हम सभी बहुत अच्छे से अधूरे हैं जोकि बिलकुल सही है।”

“उन लोगों के लिए प्रार्थना करें जो आपकी सफलता में अपनी विफलता देखते हैं!”

“जब आप खुद को स्वीकार कर लेते हो तो दुनिया खुद व खुद आपको पहचान जाती है।”

FAQs: बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न

Q. मुनिबा मजारी का पूरा नाम क्या है?

Ans. मुनिबा मजारी का पूरा नाम मुनिबा मजारी बलोच है।

Q. मुनिबा मजारी को पाकिस्तान की आयरन लेडी क्यों कहा जाता है?

Ans. मुनिबा मजारी के साथ हुए एक्सीडेंट के बाद उनकी सर्जरी के दौरान शरीर में पड़ी लोहे की रोड़ों के कारण उन्हें आयरन लेडी कहा जाता है।

निष्कर्ष – The Conclusion

दोस्तों इस लेख में मौजूद जीवनी के माध्यम से आज आपने सीखा कि यदि अपने काम को लेकर कभी हार नहीं मानी जाए तो सफलता जरूर मिलती है। बस इस पोस्ट में इतना ही जिसमे हमने मुनिबा मजारी का जीवन परिचय | Muniba Mazari biography in hindi के अलावा मुनिबा मजारी की प्रेरणादायक कहानी को बताया है।

यदि इस लेख से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएँ।

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