आइजैक न्यूटन की जीवनी | Isaac Newton biography in hindi

नमस्कार दोस्तों, इस लेख मे आप दुनिया के महानतम भौतिक विज्ञानी, गणितिज्ञ, ख़गोल-विज्ञानी, दार्शनिक, इतिहासकार एवं लेखक आइजैक न्यूटन की जीवनी | Isaac Newton biography in hindi को पढने वाले हैं।

एक छात्र के तौर पर हम सभी आइजैक न्यूटन (Isaac Newton) के बारे मे बचपन से ही सुनते या पढते आ रहे हैं, लेकिन आपको पता है कि न्यूटन को 400 साल बाद आज भी क्यों पढा जाता है और आगे भी अनगिनित सालों तक हम न्यूटन के सिद्दांतों के साथ क्यों जुड़े रहेंगे? तो इस आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहिये क्योंकि आप इस आर्टिकल में न्यूटन से जुड़े रोचक तथ्यों को सटीक रूप से जानने वाले हैं।

बता दें कि सर आइजैक न्यूटन ने अकेले अपने दम पर आधुनिक-विज्ञान (Modern science) की रूप-रेखा गडी थी। जिन्होंने गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत (लॉ ऑफ़ ग्रेविटी) और गति के सिद्धांत (लॉ ऑफ़ मोशन) के साथ-साथ दुनिया को विज्ञान में बहुत ही अहम योगदान दिये थे। मतलब सर आइजैक न्यूटन के बिना विज्ञान के बारे में सोचना असंभव सा लगता है क्योंकि आज की मॉडर्न टेक्नोलॉजी इन्ही के विचारों (आइडियाज) पर आधारित है।  

आइजैक न्यूटन का जीवन परिचय – Isaac Newton hindi biography

नाम आइजैक न्यूटन
जन्म 4 जनवरी, 1643 (25 दिसम्बर, 1642 पुराना कैलेंडर)
जन्म-स्थान वूल्स्थोर्प बाय कोलस्तेरवर्थ, लिंकनशायर, इंग्लैंड
पिता आइजैक न्यूटन
माता हन्ना ऐस्क्फ
शिक्षा इंटरमीडिएट (दी किंग्स स्कूल, ग्रान्थम), बी.ए. तथा एम.ए. (ट्रिनिटी कॉलेज,कैंब्रिज)
खोजें एवं सिद्धांत गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत, गति के नियमों में प्रयोग आदि
नागरिकता ब्रिटिश (इंग्लिश)
पेशागणितिज्ञ, भौतिक वैज्ञानिक, ख़गोल वैज्ञानिक एवं लेखक
म्रत्यु 31 मार्च, 1727 (20 मार्च, 1727 पुराना कैलेंडर)

आइजैक न्यूटन का प्रारंभिक जीवन – Isaac Newton early life in hindi

यदि आइजैक न्यूटन (Isaac Newton) के शुरूआती जीवन के बारे मे जाने तो इनका जीवन काफ़ी उथल-पुथल भरा रहा है क्योंकि इनके जन्म के महज तीन महीने पहले इनके पिता का निधन हो गया था। इसके अलावा न्यूटन के जन्म के समय आकार और बजन बहुत कम था; मतलब यह बहुत कमजोर शिशु पैदा हुए थे। न्यूटन की माँ के मुताबिक न्यूटन का आकार इतना कम था कि इन्हें एक छोटे से मग में रखा जा सकता था, इसी कारण डॉक्टर ने कहा कि यह एक सप्ताह भी मुश्किल से जीवित रह सकते हैं।

आइजैक न्यूटन का जन्म 04 जनवरी, 1943 (25 दिसम्बर, 1642 पुराने कैलेंडर के अनुसार)  को वूलस्थोर्पे बाय कोलस्तेरवर्थ, लिंकनशायर, इंग्लैंड  (Woolsthorpe by Colsterworth, Lincolnshire, England)  के एक किसान-परिवार मे हुआ था। न्यूटन का नाम इनके स्वर्ग-वाशी पिता के नाम पर ही रखा गया था, मतलब इनके पिता का नाम आइजैक न्यूटन (Isaac Newton) था तथा माँ का नाम हन्ना ऐस्क्फ (Hannah Ayscough) था।

न्यूटन जब तीन वर्ष के हुए तो इनकी माँ ने बर्नाबस स्मिथ (Barnabas Smith) से दूसरी शादी कर ली, लेकिन न्यूटन के सौतेले-पिता (Step father) न्यूटन को बिलकुल भी पसंद नहीं करते थे। इसी कारण न्यूटन कि माँ ने न्यूटन को नानी के साथ ही छोड़ दिया था। जिसके बाद वह अपने दूसरे पति के साथ रहने लगी थी।

अपनी माँ को दूसरे व्यक्ति के साथ रहते देख न्यूटन को अपनी माँ और सौतेले पिता से बहुत चिडते थे और यह भी एक कारण था कि न्यूटन बचपन में एक गुस्सेल, जिद्दी और चिडचिडे किस्म के बच्चे बन गए थे।

आगे चलकर न्यूटन के सौतेले पिता का भी देहांत हो गया। जिसके बाद न्यूटन की माँ तीन बच्चों के साथ वापिस न्यूटन के पास आ गईं। इसके बाद न्यूटन की माँ ने न्यूटन से कहा की आप पैत्रिक-कार्य मतलब खेती-बाड़ी (Farming) को आगे बढाओ, लेकिन न्यूटन ने खेती करने से साफ़ मना कर दिया और कहा कि मैं पढना चाहता हूँ और इसी में भविष्य बनाना चाहता हूँ।  

आइजैक न्यूटन की शिक्षा – Isaac Newton education in hindi

आइजैक न्यूटन (Isaac Newton) ने अपनी शुरूआती पढाई अपने घर के नजदीकी स्कूल से की। इसके बाद 12 वर्ष की आयु में ‘दी किंग्स स्कूल, ग्रान्थम’ (The King’s school, Grantham) में दाखिला हो गया। बता दें कि न्यूटन के स्कूली दिनों में अपने साथी-छात्रों से बिलकुल भी नहीं बनती थी।

इसके बाद जून 1661 में इन्होने ट्रिनिटी कॉलेज, कैंब्रिज (University of Cambridge’s Trinity College) में दाखिला ले लिया और पूरी तरह से पढाई में जुट गए। जब न्यूटन ने अगस्त, 1665 में अपना ग्रेजुएशन पूरा कर लिया था, तब इन्होने मास्टर करने करने का सोचा था, लेकिन 1665 में इंग्लैंड के कैंब्रिज शहर में प्लेग-बीमारी (Plague disease) फ़ैल गई। जिस कारण शहर के साथ कॉलेज बंद भी हो गया और न्यूटन को मजबूरन अपने घर आना पडा था।   

न्यूटन के घर आने के बाद, वह समय उनके जीवन का सबसे अच्छा समय रहा क्योंकि उसी समय सर न्यूटन ने कैलकुलस की खोज की; जिसे न्यूटोनियन फिजिक्स भी कहा जाता है। इसके अलावा न्यूटन हमेशा ही कॉलेज से अलग खुद से बहुत ज्यादा पढाई करते थे।

इसके बाद वह वापिस ट्रिनिटी कॉलेज, कैंब्रिज आये और 1668 मे सफलता पूर्वक अपनी मास्टर डिग्री हाशिल की थी।

आइजैक न्यूटन का कैरियर एवं उपलब्धियाँ – Isaac Newton career and achievement in hindi

सर आईजैक न्यूटन (Isaac Newton) की खोजों (सिद्धांतों) और उपलब्धियों को जानने से पहले यह जान ले कि सर न्यूटन के किस सिद्धांत को लेकर बहुत अधिक चर्चा की जाती है? इसके अलावा न्यूटन को ज्यादातर सेब (Apple) से क्यों जोड़ा जाता है?

जैसे कि हम सभी बचपन से ही गुरुत्वाकर्षण (Gravity) की ख़ोज के लिए एक कहानी सुनते आये हैं। जिसमे कि “जब एक दिन न्यूटन सेब के पेड के नीचे बैठे थे तो उसी दौरान उनके सिर पर उसी पेड के उपर से एक सेब आ गिरा। इसके बाद न्यूटन सोचने लगे कि यह सेब नीचे ही क्यों आया? इधर-उधर या फिर उपर क्यों नहीं चला गया?

इस घटना के ठीक बाद न्यूटन ने यह भी सोचा कि चंद्रमा (Moon) भी तो उपर दिखायी देता है, लेकिन वह क्यों नहीं नीचे प्रथ्वी पर आ गिरता? इसके बाद न्यूटन ने सोचा कि कहीं न कहीं धरती पर कोई ऐसा बल (Force) मौजूद है। जिस कारण से यह बल (Force) चीजों को अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। यह जान लेने के बाद ही न्यूटन को गुरुत्वाकर्षण (ग्रेविटी) का विचार (आईडिया) आया था और इन्होने गुरुत्वाकर्षण पर काम करना प्रारम्भ कर दिया था।

उपर्युक्त कहानी के द्वारा ही न्यूटन की गुरुत्वाकर्षण की ख़ोज को सेब के द्वारा जोड़ा जाता है।

जैसे कि आप जानते हैं कि जब भी इतिहास के पन्नों की बात की जाती है तो उसमे अलग-अलग मत होते हैं। ठीक इसी प्रकार सेब गिरने की कहानी में इतिहासकारों के अलग-अलग मत हैं।

जिसमे कुछ इतिहासकार कहते हैं कि न्यूटन के द्वारा गुरुत्वाकर्षण की खोज करने के बाद न्यूटन ने पेड से सेब गिरने की कहानी ख़ुद से बनाई थी और इसे एक फ्रेंच लेखक वोल्टेअर (Voltaire) ने प्रसिद्ध किया है।

लेकिन कुछ इतिहासकार कहते हैं कि यह कहानी सच है लेकिन सेब न्यूटन के सिर पर नहीं वल्कि उनके आंगे गिरा था। और कुछ कहते हैं कि वह अपने घर की खिड़की से सेब के पेड को देख रहे थे और सेब को नीचे गिरता देख ही न्यूटन को ग्रेविटी का विचार आया था। 

बता दें कि न्यूटन की इस कहानी पर ज्यादा बात-विवाद नहीं होता है क्योंकि इतिहासकार पहले ही बता चुके हैं कि शायद न्यूटन ने यह सेब की यह कहानी आम लोगों को आसानी से ग्रेविटी समझाने के लिए बनाई होगी।

न्यूटन की खोजें – Newton’s inventions

सर आइजैक न्यूटन (Isaac Newton) के द्वारा की गई खोजों और सिद्धांतों की बात करें तो विज्ञान-जगत में न्यूटन का अमूल्य योगदान है। यदि न्यूटन के द्वारा की गई सभी सिद्धांत एवं खोजों की विस्तार से चर्चा करें तो यह आर्टिकल बहुत लम्बा हो जायेगा। इसलिए सर आइजैक न्यूटन की कुछ अहम खोजों के नामों की चर्चा करते हैं। 

  • न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण में प्रयोग – Newton’s law of universal gravitation
  • न्यूटन का गति के नियमों में प्रयोग – Newton’s laws of motion
  • प्रकाशिकी – Optics
  • कैलकुलस – Calculus
  • द्विपद प्रमेय – Binomial theorem
  • न्यूटोनियन यांत्रिकी – Newtonian mechanics
  • न्यूटन-विधि – Newton’s method आदि 

आइजैक न्यूटन की म्रत्यु कब हुई थी? – Isaac Newton death in hindi

दुनिया के महान वैज्ञानिकों में से एक सर आईजैक न्यूटन की म्रत्यु की बात करें तो इनकी म्रत्यु 84 वर्ष की आयु में  31 मार्च, 1727 (20 मार्च, 1727 पुराने कैलेंडर के अनुसार) को केंसिंग्टन, मिडलसेक्स, इंग्लैंड मे हो गई थी। न्यूटन ने अपने आप में बहुत अधिक व्यस्त (Busy) होने के कारण कभी शादी नहीं की, लेकिन आज भी दुनिया-भर में आधुनिकरण की रूपरेखा न्यूटन के सिद्धांतों के कारण ही सफ़ल हो पा रहे हैं।   

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आइजैक न्यूटन के बारे में रोचक बातें – Interesting facts about Isaac newton in hindi

  1. सर आईजैक न्यूटन (Isaac Newton) ने जीवन में बहुत अधिक व्यस्त होने के कारण कभी शादी नहीं की।
  2. सर न्यूटन के जन्म लेने के तीन महीने उनके पिता का निधन हो गया था।
  3. सर आईजैक न्यूटन का नाम उनके पिता के नाम पर ही रखा गया था क्योंकि न्यूटन के पिता का नाम भी आईजैक न्यूटन था।
  4. शायद आपको मालूम न हो लेकिन आज सब के दिलों पर राज करने वाली ‘अमेरिकन एप्पल कम्पनी’ का सबसे पहला लोगो में न्यूटन की तस्वीर छपी हुई थी। जिसमे न्यूटन पेड के नीचे बैठे हुए हैं और पेड के उपर से सेब गिर रहा है। मतलब वह उस समय की तस्वीर है; जब सर आईजैक न्यूटन को गुरुत्वाकर्षण (Gravity) का आईडिया आया था।
  5. आपको जानकार हैरानी होगी कि सर आईजैक न्यूटन वैज्ञानिक होने के बाबजूद पक्के धार्मिक व्यक्ति थे। इसके बारे में न्यूटन ने खुद ही लिखा है कि गुरुत्वाकर्षण हमें ग्रहों की गति से वाकिव कराती है। लेकिन गुरुत्वाकर्षण यह नहीं बता सकता कि इन ग्रहों को गतिमान किसने बनाया है? वह कहते थे कि ईश्वर (भगवान) सभी चीजों को नियंत्रित करता है और सब-कुछ ईश्वर के हाथ में है।  
  6. सर आईजैक न्यूटन को धार्मिक होने के कारण बाइबल से बहुत जुड़ाव था। इसी कारण वह बाइबल को अधिक गहराई से पढते थे। हैरानी वाली बात तो यह है कि न्यूटन ने विज्ञान से ज्यादा तो धर्म और इतिहास के प्रति लिखा है। वैसे तो सर न्यूटन एक महान वैज्ञानिक हैं लेकिन कहीं न कहीं न्यूटन ने अपनी जीवन का एक बहुत बड़ा हिस्सा विज्ञान (Science) को देने के बजाय धार्मिक गुण-अर्थों को जानने और समझने में लगा दिया।
  7. सर आइजैक न्यूटन ने सबसे पहले बताया था कि प्रथ्वी गोलाकार नहीं वल्कि अंडाकार स्थिति में बनी हुई है जोकि बाद में ग़लत अनुमान सिद्ध हो गया था।
  8. सर आइजैक न्यूटन के सिद्धांत आज दुनिया-भर में साइकिल से लेकर हवाई-जाहज तक में इस्तेमाल किये जाते हैं।
  9. सर न्यूटन ने सालों तक अपनी खोजों को दुनिया से इस कारण छुपा रखा था क्योंकि उन्हें लगता था कि अन्य वैज्ञानिक उनके द्वारा की गई खोजों को सही नहीं मानेंगे।  इसके अलावा न्यूटन को अपने विचारों (आइडियाज) को अन्य वैज्ञानिकों के सामने इसलिए भी नहीं रखते थे क्योंकि उन्हें आलोचनाओं (Criticism) से बहुत डर लगता था।
  10. सर आइजैक न्यूटन ‘फेलो ऑफ़ ट्रिनिटी कॉलेज’ रहने के अलावा ‘ब्रिटिश रॉयल सोसाइटी’ के सदस्य और इसके अध्यक्ष भी रहे थे।  
  11. न्यूटन ने अपनी किताब ‘दी प्रिन्सिपिया मैथमेटिका’ (The Principia Mathematica) में अपनी अहम खोजों को विस्तार से समझाया है।
  12. जिस सेब के पेड (Apple’s tree) के द्वारा न्यूटन को गुरुत्वाकर्षण (Gravity) के सिद्धांत का विचार (आईडिया) आया था। उसी पेड का वंशज (Descendant) आज भी यूनाइटेड किंगडम में मौजूद है। इस पेड के विज्ञान के प्रति महत्व को देख राष्ट्रीय ऐतिहासिक ट्रस्ट के द्वारा देखभाल कर सुरक्षित रखा जाता है।

आइजैक न्यूटन के अनमोल विचार – Isaac Newton quotes in hindi

इस आर्टिकल में आप आइजैक न्यूटन की जीवनी | Isaac Newton biography in hindi के द्वारा न्यूटन के बारे में अहम तथ्यों को पढ रहे हैं। तो चलिए इस लेख के अंत में न्यूटन के अनमोल विचारों (quotes) के बारे में भी जान लेते हैं, जो आज भी दुनिया-भर में प्रेरणा के श्रोत हैं।

“जो ऊपर जाता है, वह नीचे अवश्य आता है।”

“यदि मैंने दूसरों की तुलना में अधिक कार्य किये हैं, तो यह महान लोगों की प्रेरणा ही है।”

“हम हजारों दीवारें बना देते हैं बजाय एक पुल है।”

“प्रत्येक क्रिया के लिए सदैव समानतम प्रतिक्रिया का विरोध किया जाता है।”

“गलतियाँ कला में नहीं होती बल्कि कलाकृतियों में होती हैं।”

“जिसे हम जानते हैं वह एक बूंद के सामान है, जिसे हम नहीं जानते वह एक महासागर के सामान लगता है।”

“मैं खगोलीय पिंडों की गति की गणना तो कर सकता हूं, लेकिन लोगों के पागलपन की नहीं।”

“लगातार कोशिश और साहसिक अनुमान के बिना कोई भी महान ख़ोज नहीं की जा सकती है।”

“जीवित व्यक्ति उन सभी चीजों की कल्पना कर सकता है जो महज झूटी हैं, लेकिन वह केवल उन चीजों को समझ सकता है जो सच हैं।”

“गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत ग्रहों की गति की व्याख्या करता है, लेकिन यह नहीं बता सकता है कि ग्रहों गति कैसे निर्धारित होती है?”

हमें पूरी उम्मीद है कि यहाँ तक आपने आइजैक न्यूटन की जीवनी | Isaac Newton biography in hindi को पढकर इनके जीवन को बहुत ही सरलता से समझा होगा। हम जानते हैं कि हमने इस लेख मे न्यूटन की खोजों (सिद्धांतों) को विस्तार से नहीं समझाया है। लेकिन सर न्यूटन की जीवन की सरल रूप से व्याख्या की है तो हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख में आपने सर आइजैक न्यूटन (Sir Isaac Newton) के जीवन को भली-भांति जाना होगा।  

निष्कर्ष: Conclusion

इस लेख में इतना ही जिसमे हमने आइजैक न्यूटन की जीवनी | Isaac Newton biography in hindi के अलावा Isaac Newton early life in hindi, Isaac Newton’s education in hindi, Newton’s hindi inventions और Isaac Newton hindi quotes को भी समझाया है। इस लेख से सम्बंधित आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो हमें नीचे कमेंट करके अवश्य बताएँ।

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