बोरिस जॉनसन का जीवन परिचय | Boris Johnson biography in hindi

लोगों के बीच अपनी सबसे अलग पहचान बनाने वाले एक मशहूर पूर्व संपादक, लेखक और राजनीतिज़ जो अपने बेबाक अंदाज और फैसलों से खाका चर्चा में रहते हैं जो ब्रिटेन (यूनाइटेड किंगडम) के मौजूदा प्रधानमंत्री हैं। तो नमस्कार दोस्तों आप यहाँ बोरिस जॉनसन का जीवन परिचय | Boris Johnson biography in hindi के बारे में जानने वाले हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आप इस लेख को अंत तक पढकर बोरिस जॉनसन के बारे में रोचक तथ्यों को जरूर जानेंगे।  

बोरिस जॉनसन का जीवन परिचय | Boris Johnson biography in hindi

बोरिस जॉनसन Boris Johnson के जन्म की बात करें तो इनका जन्म यूनाइटेड स्टेट(United State) के मेनहट्टन (Manhattan), न्यूयॉर्क सिटी (New York City) मे 19 जून, 1964 को हुआ था। जिनके बचपन का नाम ‘अलेक्जेंडर बोरिस डि पेफेफेल जॉनसन’ (Alexander Boris de Pfeffel Johnson) था। आज हम इन्हें बोरिस जॉनसन के नाम से जानते है क्योंकि बचपन में बोरिस ने खुद ये नाम रख लिया था और बाद में उनके परिवार और दोस्तों ने यही नाम अपना लिया था। बोरिस के पिता का नाम ‘स्टेनली जॉनसन’ (Stanley Johnson ) और मां का नाम ‘शार्लोटे फेवसेट’ (Charlotte Fawcett) था।   

बोरिस का परिवार सितम्बर 1964 में न्यूयॉर्क, यूनाइटेड स्टेट से ब्रिटेन (यूनाइटेड किंगडम) आ गया था ताकि बोरिस की माँ ‘शार्लोटे फेवसेट’ ओक्सोफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ सकें। ब्रिटेन आकर इनके परिवार ने ब्रिटेन की नागरिता ले ली और यहीं रहने लगे।   

बोरिस जॉनसन जब 16 साल के हुए तब इनके (Boris Johnson parents) माता-पिता ने 1980 में तलाक ले लिया। इसके बाद बोरिस और उनके भाई-बहन अपनी माँ के साथ नोटिंग हिल (Notting Hill), पश्चिमी लन्दन (West London) में रहने लगे।

बोरिस जॉनसन की शिक्षा | Boris Johnson education in hindi

बोरिस जॉनसन बचपन से ही बहुत अच्छे छात्र थे और उन्होंने अपनी शुरूआती पढाई अपने परिवार के साथ रहकर नजदीकी स्कूल से ही की थी। क्योंकि बोरिस पढाई में अच्छे थे इसी कारण उन्हें कई सारी स्कालरशिप मिलीं, जिससे सबसे पहले वह ‘ईटन कॉलेज (The independent boarding school in Eton, Berkshire) में पड़े। इसके बाद इन्होने बेलीऑल कॉलेज, ऑक्सफ़ोर्ड (Balliol College, Oxford) से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया था।

कॉलेज के दौरान बोरिस राजनीति में बहुत ज्यादा रुचि रखने लग गए थे और इन्होने  यूनियन सेक्रेट्री के लिए चुनाव लडा और हार गए। लेकिन बोरिस ने दुबारा से यूनियन सेक्रेट्री के लिए चुनाव लडा और इसबार जीत गए और फिर बाद में यूनियन प्रेसिडेंट भी बने थे।

बोरिस अपना कॉलेज ख़तम करने तक कई सारीब भाषाओँ का ज्ञान रखते थे। जिससे कि वह एन्सिएंट ग्रीक, लैटिन, फ्रेंच और इंग्लिश भाषा बोल सकते हैं।

बोरिस जॉनसन का परिवार | Boris Johnson family in hindi

बोरिस जॉनसन के परिवार की बात करें तो इनके पिता स्टेनली जॉनसन और माँ शार्लोटे फेवसेट थीं। इनके तीन भाई-बहन थे। बोरिस की पहली पत्नी ‘Boris Johnson wife’ का नाम ‘अलेग्रा मोस्टिनओवेन’ (Allegra Mostyn-Owen) था। जिनसे उन्होंने 1987 में शादी कर ली। लेकिन पारिवारिक विवादों के कारण इन्होने मात्र 6 साल में तलाक लेकर अलग हो गए। इसके बाद उन्होंने अपनी दूसरी शादी अपनी बचपन की दोस्त मरीना व्हीलर (Marina Wheeler) से 1993 में कर ली। जिनसे इन्हें (Boris Johnson children) 2 बेटे और 2 बेटियां हुई। 25 साल एक दूसरे के साथ रहने के बाद फिर पारिवारिक मत-भेंदो के कारण इन दोनों ने 2018 में तलाक ले लिया।

इसके अलावा बोरिस के कई अफेयर भी रहे हैं जिसमे कलाकार और सलाहकार हेलेन मैकिनटायर (Helen Maclntyre) के साथ संबंधों से इन्हें एक बेटी भी है।  

वर्ष 2019 में बोरिस ने कैरी सायमंड्स (Carrie Symonds) से प्रेम संबंधों के चलते फरबरी 2020 मे कैरी सायमंड्स से सार्वजानिक रूप से सगाई भी कर ली। और शायद इनसे भी इन्हें एक बच्चा है।

यदि देखा जाए तो बोरिस जॉनसन (Boris Johnson children) के कुल 6 बच्चे हैं। लेकिन इन्होने कभी भी खुलासा नहीं किया है कि इनके कितने बच्चे हैं? 

इसे भी जाने: दुनिया के असल आयरन मेन एलोन मस्क का रोचक जीवन

ब्रिटेन का मुख्य चुनावी एजेंडा क्या रहा है?

बता दें कि ब्रिटेन (यूनाइटेड किंगडम) की राजनीति में यूरोपीय संघ (European Union) एक बहुत बड़ा मुद्दा रहा है और इसकी ब्रिटेन के चुनाव में अभी तक अहम भूमिका रही है।

यूरोपीय संघ (European Union) क्या है?

यूरोपीय संघ 27 देशों का एक समूह है। जिसमे यूनाइटेड किंगडम भी इसका हिस्सा था लेकिन यह 31 जनवरी, 2020 को इससे बहार हो गया। यूरोपीय समूह-देशों के अंतर्गत उन देशों का कोई भी नागरिक किसी भी समूह-देश में आसानी से आ जा सकता है और काम कर सकता है। मतलब इनके बीच कोई बॉर्डर नहीं है। यूरोपीय संघ के सभी देश आपस में मुक्त व्यापार (Free trade) भी कर सकते हैं।

बता दें कि ब्रिटेन 1973 में इस संघ में शामिल हुआ था और 47 साल बाद 2020 में इस समूह से बहार हो गया है। ब्रिटेन इस संघ (European Union) से बाहर निकलने वाला पहला और इकलौता देश बन गया है।  

ब्रेग्जिट (Brexit) क्या है?

कंज़र्वेटिव पार्टी का सबसे बड़ा मुद्दा ब्रेग्जिट (Brexit) रहा है। ब्रेग्जिट का मतलब ब्रिटेन को ‘यूरोपीय संघ’ से बाहर निकालना था। ब्रिटेन की ज्यादातर जनता भी यही चाहती थी और इसी बजह से कंज़र्वेटिव पार्टी को लगातार चुनाव में जीत मिल रही है। ब्रिटेन की कंज़र्वेटिव पार्टी उम्मीदों पर खरी उतरी और उन्होंने ब्रेग्जिट को सफल बनाकर दिखा दिया।     

बोरिस जॉनसन का पॉलिटिक्स कैरियर | Boris Johnson Career in hindi

बोरिस ने अपना ग्रेजुएशन ख़तम करने के बाद ‘THE TIMES’ न्यूज़-पेपर में बतौर ट्रेनी काम शुरू किया और बाद में स्थायी कर्मचारी बन गए जोकि आर्टिकल्स लिखते थे। इसके बाद इन्होने THE TELEGRAPH में नौकरी की और THE SPECTATOR मैगज़ीन में बतौर एडिटर काम किया।

बोरिस अपने कॉलेज की दिनों से ही राजनीति में बहुत अधिक रुचि रखते थे। बोरिस बहुत अच्छे संपादक थे और संपादन में काफी मशहूर भी थे। वह राजनीति के बारे में बहुत कुछ लिखते थे। और इसी कारण ब्रिटेन की बहुत बड़ी पार्टी ‘कंज़र्वेटिव पार्टी’  के नजर में आ गये। और बोरिस को राजनीति में आने के ऑफर भी मिलने लगे।  

इसके बाद बोरिस जॉनसन को ‘कंज़र्वेटिव पार्टी’ ने अपना चुनावी उम्मेदवार बना दिया और इन्हें नार्थ वेल्स (North Wales) से पहला चुनाव लड़ने का मौका दिया। बोरिस उस चुनाव को हार गए क्योंकि उस एरिया में विपक्षी पार्टी की मजबूत पकड़ थी। 

इसके अलावा बोरिस एक अभिनेता भी रह चुके हैं। जिसमे वह सबसे पहले 1998 में ‘HAVE I GOT FOR YOU’ शो के एक एपिसोड में टेलीविज़न पर नजर आये थे। जिसमे लोगों ने उन्हें बहुत पसंद किया था। इसके बाद बोरिस ने TOP GEAR, QUESTION TIME, PARKINSON और BREAKFAST WITH FROST जैसे टी0 वी0 शो में काम किया है। साल 1998-1999 में दर्शकों के प्रति इनकी बहुत अच्छी पकड़ बन चुकी थी और यह काफी मशहूर हो गए थे। 

इसके बाद इन्होने कहा कि मैं फिर से चुनाव लडुंगा। और 2001 में ‘कंज़र्वेटिव पार्टी’ की तरफ से दुबारा चुनाव के मैदान में उतरे और इस बार बोरिस 8,500 वोटों के अंतर से जीत गए। इस दौरान बोरिस ‘The Spectator’ और ‘The Daily Telegraph’ के लिए लिखते भी रहे।

बोरिस की छात्रों के बीच अच्छी-खासी पॉपुलैरिटी को देख इन्हें 2005 में एजुकेशन मिनिस्टर (The shadow higher education minister) भी चुना गया। बता दें कि इस बीच ब्रिटेन में ‘कंज़र्वेटिव पार्टी’ की सत्ता नहीं थी।

बोरिस जॉनसन लन्दन के मेयर कैसे बने?

बोरिस जॉनसन की ब्रिटेन में जाने-माने नाम बन चुके थे और इन्हें 2007 में 79 प्रतिशत वोटों से यूनाइटेड किंगडम की राजधानी लन्दन के मेयर पद के लिए चुना गया। जिसमे उनका पहला मेयर का कार्यकाल बहुत सफल रहा था। जिसमे पब्लिक ट्रांसपोर्ट, क्राइम, लन्दन यूथ गेम्स आदि बहुत ही अच्छे कार्य किये। इस कार्यकाल (2007-2012) के बाद दोबारा से इन्हें मेयर चुन लिया गया। लेकिन तीसरी बार इन्होने मेयर पद को छोड़ सेंट्रल पॉलिटिक्स में दोबारा से सक्रीय हो गए। इन्होने 2015 में चुनाव लड़ा और MP (Member of Parliament) बन गए।  

बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कैसे बने?

डेविड कैमरून (David Cameron) के प्रधानमंत्री पद से अस्तीफा देने के बाद बोरिस को लगा कि मुझे इस पद के लिए चुना जायेगा। लेकिन संसद के काफी सदस्य उनके खिलाफ थे। इसके बाद टेरीजा मेय (Theresa May) को अगली प्रधानमंत्री के रूप में चुन लिया गया। और बोरिस जॉनसन को विदेश सचिव (Foreign Secretary) बना दिया गया था।  

टेरीजा मेय के प्रधानमंत्री पद की कमान संभालने के बाद सबसे बड़ी चुनौती ब्रेग्जिट (Brexit) की थी कि कैसे इसे अमल में लाया जाए? क्योंकि तमाम कोशिशों के बाबजूद टेरीजा मेय संसद को समझोते पर सहमत नहीं कर पायीं जोकि वह यूरोपीय संघ के सन्दर्भ में सहमत करना चाहती थीं। इसके बाद उनके कैबिनेट मंत्री-मंडल के ही मंत्री नाराज हो गए और उन्हें अपनी कुर्सी छोडनी पड़ी और जुलाई 2019 को टेरीजा मेय ने प्रधानमंत्री पद से अस्तीफा दे दिया।

टेरीजा मेय के इस्तीफ़ा देने से पहले ही बोरिस ने विदेश सचिव पद से अस्तीफा दे सांसद की भूमिका में वापिस आ गए थे और 16 मई, 2019 को ही बोरिस ने पुष्टि की थी कि वह टेरीजा मेय के इस्तीफे के बाद आगामी नेतृत्व चुनाव में खड़े होंगे। इसी कारण टेरीजा के इस्तीफे के बाद उन्हें अगला प्रधानमंत्री बना दिया गया।  

बोरिस के कुछ महीनों के कार्यकाल के बाद अक्टूबर में संसद को भंग कर दिया गया। इसके बाद 12 दिसम्बर को दोबारा से चुनाव हुए। जिसमे पब्लिक का निर्णय दोबारा से ‘कंज़र्वेटिव पार्टी’ के पक्ष में गया। और 1987 के बाद यूनाइटेड किंगडम में किसी भी पार्टी के लिए यह सबसे बड़ा बहुमत था। अंततः बोरिस जॉनसन को यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) का प्रधानमंत्री चुन लिया गया। 

निष्कर्ष: Conclusion

तो बस इस लेख में इतना ही जिसमे हमने बोरिस जॉनसन का जीवन परिचय | Boris Johnson biography in hindi  के अलावा बोरिस जॉनसन के अब तक के जीवन को कम और सरल शब्दों में समझाने की कोशिश की है। यदि इस लेख से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएँ।  

Leave a Reply